
रांची के नामकुम में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प में एक युवक की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने रांची-पुरूलिया सड़क को तीन घंटे तक जाम रखा। पुलिस ने 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। विधायक और डीएसपी ने लोगों को समझाया और मृतक के स्वजनों को बीस हजार रुपये की सहायता राशि दी।
नामकुम(रांची)। रांची के नामकुम में रेलवे स्टेशन के समीप खटाल में होली के मौके पर दो गुटों में जमकर मारपीट हुई। इस घटना में दर्जनों की संख्या में लोग जख्मी हुए हैं।
मारपीट की घटना होने के बाद जोरार बस्ती निवासी सोनू मुंडा (40) की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके अलावा सिंटु मुंडा ,बिल्ला मुंडा और एक अन्य युवक गंभीर रुप से जख्मी हैं। तीनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सड़क कर दिया जाम
इस घटना के बाद रविवार को स्थानीय लोगों और पूर्व पार्षद किरण संगा, देवेंद्र कुमार महतो, पूर्व विधायक रामकुमार पाहन, प्रेम शाही मुंडा, बिरसा पाहन, आरती कुजूर, सुंदरी तिकी, सोनल कच्छप के नेतृत्व में रांची-पुरूलिया सड़क को तीन घंटों तक शव के साथ जाम कर दिया
सभी स्थानीय लोग आरोप लगा रहें थे कि पुलिस की मौजूदगी घटना को अंजाम दिया गया है। अगर पुलिस तत्काल संज्ञान लेती तो इस घटना को रोका जा सकता था।
इस घटना में शामिल सभी आरोपितों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए। अवैध रूप से चल रहे खटाल को हटाने की मांग रखी गई। दस लाख रुपये मुआवजा, गैरमुजरूवा जमीन पर बसे सभी लोगों को हटाने की मांग की गई।
विधायक और डीएसपी ने लोगों को समझाया
सड़क जाम कर रहें लोगों को खिजरी विधायक राजेश कच्छप,डीएसपी अमरनाथ पांडे, नामकुम थाना प्रभारी मनोज कुमार, नामकुम अंचल पदाधिकारी कमल किशार सिंह समझा रहे थे, लेकिन गुस्से में लोग किसी की बात नहीं सुन रहे थे।
विधायक और डीएसपी द्वारा लोगों को बताया गया कि इस घटना के बाद केस कर दिया गया है। कई लोगों को नामजद बनाया गया है और अज्ञात लोगों को भी आरोपित बनाया गया है। 15 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी चार दिनों को अंदर हो जाएगी। जाम के दौरान विधायक द्वारा मृतक के स्वजनों को बीस हजार रुपये की सहायता राशि दी गई।
24 घंटों के अंदर ही अतिक्रमित दुकान को जेसीबी से तोड़ा गया
प्रशासन द्वारा 24 घंटों के अंदर ही अतिक्रमित दुकान को प्रथम मुख्यालय वन डीएसपी अमरनाथ पांडे सीओ, बीडीओ, टाटी सिलवे थाना प्रभारी के नेतृत्व में अंचल के कर्मचारी उमेश कुमार, अमीन और रेलवे के सेक्सन इंजीनियर प्रभुल बाड़ा की मौजूदगी में धवस्त कर दिया गया।
क्या है पूरा मामला
नामकुम रेलवे स्टेशन स्थित पेट्रोल पंप के सामने शुक्रवार को सरकारी विदेशी शराब दुकान के पास जोरार बस्ती और नामकुम खटाल के युवकों के बीच विवाद हो गया था। गाड़ी की चाभी को लेकर विवाद हुआ था।
विवाद के दौरान हाथापाई की घटना हुई थी। इस घटना में शराब दुकान के समीप स्थित शत्रुधन यादव होटल में मौजूद लोगों ने खटाल के लोगों का समर्थन किया था। इस घटना के दौरान वहां पर नामकुम पुलिस की पीसीआर मौजूद थी।
इसके बाद जोरार बस्ती के द्वारा समझौता के लिए अखाड़ा में बैठक किया गया। इस घटना के बाद दोनों गुटों में बात इतनी बढ़ गई कि दोनों गुट आमने-सामने आ गए, बस्ती और खटाल के युवकों के बीच मारपीट होने के बाद सभी अपने-अपने घर चले गए।
इस घटना के पश्चात नामकुम थाना पुलिस ने खटाल में पुलिस की तैनाती कर दी। वहीं, दूसरे दिन शनिवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुष लाठी-डंडे और तलवार लेकर नामकुम खटाल पहुंचे। इस क्रम में लोग खटाल के अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे।
इसी क्रम में खटाल के लोग एकजुट हो गए और बस्ती के लोगों पर हमला कर दिया। तलवार से कई लोगों पर वार कर दिया गया। इसमें सोनू मुंडा को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार की देर रात उसकी मौत हो गई। वहींं, तीन लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
इस मामले में अनिल यादव, कृष कुमार, रितेश कुमार, विशाल कुमार, रोहित कुमार, रोहन कुमार, सुनील राय, दीपक कुमार, रंजीत यादव, सुमीत कुमार, मीना देवी, राधा कुमारी, पूनम देवी, खुशी कुमारी, ममता देवी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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