
Indian Railways होली पर घर जाने वाले यात्रियों के लिए रेल मंत्रालय खुशखबरी लेकर आया है। रंगों के पर्व पर रेल मंत्रालय देशभर में विभिन्न रूटों पर 900 से ज्यादा स्पेशल ट्रेन Holi Special Trains चलाएगा। इससे उत्तर प्रदेश बिहार झारखंड सहित अन्य राज्यों में जाने वाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। पिछली बार की तुलना में डेढ़ गुना ट्रेनें अधिक चलेंगी।
महाकुंभ के बाद रेलवे मंत्रालय होली की तैयारियों में जुट गया है। राजधानी दिल्ली समेत देश के विभिन्न व्यस्त रूटों पर प्रारंभिक तौर पर नौ सौ 24 से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाने की तैयारी है। यात्रियों की संख्या बढ़ जाने पर गाडि़यों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है।
घर से लौटने वाले यात्रियों की वापसी के लिए रेलवे जरूरत के अनुसार होली के हफ्ते भर बाद तक स्पेशल ट्रेनें चलाता रहेगा। पिछली बार होली में रेलवे ने कुल 604 विशेष ट्रेनें चलाई थीं। इस हिसाब से इस बार डेढ़ गुना से भी ज्यादा ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
उत्तरी रेलवे चलाएगा 276 ट्रेनें
सबसे ज्यादा नार्दर्न रेलवे से सबसे ज्यादा 276 ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसी जोन में ट्रेन यात्रियों का सबसे ज्यादा दबाव रहता है। इसमें बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब एवं हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों का बड़ा इलाका आता है।
वेस्टर्न रेलवे चलाएगा 234 ट्रेनें
रेलवे के अनुसार दूसरा बड़ा वेस्टर्न रेलवे जोन है, जिसमें 234 ट्रेनें चलाई जाएंगी। इस जोन में गुजरात और महाराष्ट्र के बड़े शहर आते हैं, जहां से होली में घर आने वाले लोगों की संख्या अधिक रहती है।
76 ट्रेनें चलाएगा सेंट्रल रेलवे
इसी तरह सेंट्रल रेलवे से कुल 76 ट्रेनें चलाई जाएंगी। ईस्टर्न रेलवे से 72 ट्रेनें खुलेंगी। रेलवे की नार्थ-इस्ट जोन से 81 एवं पूर्वोत्तर रेलवे से 56 ट्रेनें चलाने की तैयारी है। सारी ट्रेनें होली के एक दिन पहले 13 मार्च तक चलाई जाएंगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर यात्रियों की वापसी के लिए ट्रेनों का संचालन आगे भी जारी रह सकता है।
यूपी, बिहार जाने वालों की संख्या अधिक
हालांकि रेलवे का मानना है कि होली के दौरान विभिन्न नगरों से उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में बाहर से आने वाले लोगों की संख्या अधिक होती है, लेकिन होली के बाद काम पर लौटने वालों को उतनी बेताबी नहीं होती है।
रबी की कटाई और शादियों का मौसम भी
इसी दौरान रबी फसलों की कटनी और शादियों का भी मौसम होता है। इसलिए लौटने का क्रम अगले एक महीने तक जारी रहता है। भीड़ को देखते हुए रेलवे ने लगभग सभी ट्रेनों में बोगियों की संख्या भी बढ़ाने का फैसला किया है।
ऐसा महाकुंभ के दौरान किया भी जा रहा था। एक ट्रेन में अधिकतम 24 बोगी हो सकती हैं। यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे अधिकतम बोगियों की संख्या कर देता है।
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