
महोबा में एक युवक के बेसुध मिलने की घटना में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। युवक ने जहरखुरानी की झूठी कहानी गढ़ी थी। पुलिस ने उसकी मोबाइल फोन की हिस्ट्री खंगाली तो सच्चाई सामने आ गई। युवक ने नशीली दवाओं के बारे में जानकारी सर्च की थी। उसने स्वीकार किया कि स्वजन को रुपये न देने पड़े इसलिए उसने यह झूठ बोला।
महाेबा। कानपुर-सागर नेशनल हाईवे पर युवक के बेसुध मिलने की घटना में हैरान करने वाली कहानी सामने आयी है, युवक जहरखुरानी का शिकार नहीं हुआ बल्कि खुद ही उसने झूठी कहानी गढ़ी थी, उसके मोबाइल फोन की हिस्ट्री से पूरी कहानी खुली है।
श्रीनगर थाना क्षेत्र के ग्राम तिंदौली निवासी 20 वर्षीय हेमंत यादव पुत्र मथुरा प्रसाद यादव गुरुवार को एटीएम से 40 हजार रुपये निकालने के लिए महोबा आया था। हेमंत दिल्ली एम्स मेट्रो स्टेशन में एसबीआइ टीम लीडर के पद पर तैनात है। कानपुर सागर नेशनल हाइवे पर रेलवे पुल के पास वह बेसुध मिला था।
राहगीरों द्वारा उसे अस्पताल पहुंचाया गया। चैतन्य हालत में आने के बाद उसने बताया कि एक बाबा ने उसे प्रसाद में रसगुल्ला खिला दिया, जिसके बाद वह बेहोश हो गया। जेब से 40 हजार रुपये और एटीएम गायब था। पुलिस ने घटना को संवेदनशीलता से लेते हुए जांच की, जिस तरह से हेमंत बदल-बदल कर कहानी सुना रहा था, उससे पुलिस को संदेह हो गया।
मोबाइल से सामने आई सच्चाई
बाद में पुलिस ने उसका मोबाइल फोन कब्जे लिया, मोबाइल फोन की हिस्ट्री देखने पर पता चला कि हेमंत ने नशीली दवाएं कहां मिलती हैंं, किस तरह उसे खाना चाहिए जैसी जानकारी सर्च की हैं। इसके बाद पुलिस का शक पुख्ता हो गया, मोबाइल फोन की हिस्ट्री सार्वजनिक कर स्वजन के सामने पुलिस ने पूछताछ की इसके बाद वह टूट गया।
उसने बताया स्वजन को रुपये न देने पड़े इस मंशा से उसने झूठी कहानी गढ़ी ।परमानंद चौराहे के पास से उसने एक मेडिकल स्टोर से नशे की 10 गोली लीं। अपर पुलिस अधीक्षक वंदना सिंह ने बताया कि हर बार युवक नई कहानी बता रहा था इस वजह से वह खुद संदेह के दायरे में आ गया। उससे पूछताछ करने से पहले मोबाइल फोन की डाटा चेक किया गया। जिससे सच तक पहुंचाना आसान हो गया।
- Log in to post comments