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बठिंडा के मोड़ मंडी में पाइप लाइन डालने का विरोध कर रहे 62 किसानों को हिरासत में लेकर मुक्तसर जेल में बंद किया गया था। पिछले छह दिन से कुछ किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें से तीन की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने इलाज कराने से मना कर दिया।

पाइप लाइन डालने का बठिंडा के मोड़ मंडी में विरोध कर रहे 62 किसानों को बीते दिन हिरासत में लेकर मुक्तसर की जिला जेल में बंद किया गया था। पिछले छह दिन से कुछ किसान जेल में भूख हड़ताल पर बैठे हैं जिनमें से तीन की हालत बिगड़ने पर सिविल अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया परंतु किसानों ने इलाज करवाने से मना कर दिया है। उधर, डॉक्टर का कहना है कि तीनों किसानों को इलाज की सख्त जरूरत है। नहीं तो कुछ भी हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि बठिंडा के मोड़ मंडी में गंदे पानी की निकासी के लिए सीवरेज की पाइप लाइन डाली जा रही है। जिसका किसान विरोध कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि रिहाइशी इलाकों के पास से गंदा नाला निकाला जा रहा है।

किसानों के खेतों से यह पाइप लाइन डालने का काम शुरू किया गया जिसका किसानों ने विरोध किया तो किसानों को हिरासत में ले लिया गया था। पिछले करीब एक सप्ताह से किसान मुक्तसर की जेल में बंद हैं। जिन किसानों की हालत बिगड़ी है उनमें लखविंदर सिंह गांव लक्खी व दो अन्य हैं।

किसान लखविंदर सिंह ने कहा कि सरकार की शह पर पुलिस ने किसानों को जबरी उठा कर जेलों में बंद कर दिया है और उधर, सीवरेज का काम चल रहा है। सरकार की यह धक्के शाही के खिलाफ वह पिछले छह दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं।

जब तक काम बंद नहीं किया जाता तब तक उनकी भूख हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि आज सुबह उसकी और दो अन्य साथी किसानों की तबीयत बिगड़ गई। हमें पुलिस की निगरानी में इलाज के लिए सिविल अस्पताल मुक्तसर लाया गया है। लेकिन हमने इलाज करवाने से मना कर दिया है। हमें मरना मंजूर है लेकिन जब तक सीवरेज पाइपलाइन का काम नहीं रोका जाता वह भूख हड़ताल बंद नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की आवाज को दबाया नहीं जा सकता।

बीकेयू से संबंधित किसान हरजिंदर सिंह ने कहा कि किसानों की जमीनों पर जबरी कब्जा करने की योजनाएं बन रही हैं। किसानों को अपने अधिकारों के लिए आगे आना होगा। सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात डॉ. नवनीत ने बताया कि तीन किसानों की हालत गंभीर है। उन्हें इलाज की जरूरत है। वह अनशन पर हैं। उन्होंने इलाज शुरू किया लेकिन उन्होंने इलाज करने से रोक दिया है।

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