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जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान राष्ट्रगान का अपमान करने के आरोप में विधायक हिलाल अकबर लोन जांच के घेरे में हैं। लोन पर आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रगान के दौरान बैठे रहे। इस मामले की जांच के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। लोन का कहना है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं थी इसलिए वे खड़े नहीं हो सके।

श्रीनगर। केंद्र शासित जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में उमर अब्दुल्ला ने गत बुधवार को शपथ ग्रहण की। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान जब राष्ट्रगान हुआ तो सोनवारी हाजिन से निर्वाचित नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक हिलाल अकबर लोन अपने स्थान पर बैठे रहे। राष्ट्रगान की मयार्दा के खिलाफ व्यवहार करने के लिए विधायक अकबर लोन के खिलाफ जांच का आदेश दिया गया है।

इनके पिता ने लगाया था पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा

बता दें कि हिलाल अकबर लोन के पिता मोहम्मद अकबर लोन जब विधायक थे तो उन्होंने जम्मू कश्मीर विधानसभा में पाकिस्तान का जिंदाबाद का नारा लगाया था। अकबर लोन उत्तरी कश्मीर के सांसद जम्मू कश्मीर विधानसभा के स्पीकर भी रह चुके हैं।

अधिकारियों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण के दौरान जब राष्ट्रगान बजा तो कुछ लोग खड़े नहीं हुए थे उनमें से एक हिलाल अकबर भी थे। बता दें कि उमर अब्दुल्ला का शपथ ग्रहण श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में हुआ था।

हिलाल अकबर लोन पर लगे आरोपों की जांच के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज को खंगालेगी। सूत्रों के मुताबिक पुलिस कार्यक्रम के दौरान जो लोग खड़े नहीं हुए थे उनपर कड़ी कार्रवाई करेगी।

हिलाल अकबर लोन ने दी सफाई

राष्ट्रगान पर खड़ा न होने वाले मामले पर जब विवाद बढ़ा तो हिलाल अकबर ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि मेरी सेहत ठीक नहीं है इसलिए मैं ज्यादा देर तक खड़ा नहीं रह सकता हूं, यहीं कारण था कि मैं राष्ट्रगान हुआ तो मैं बैठा रहा। उन्होंने कहा कि मेरा इरादा संविधान की बेइज्जती करने की नहीं थी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का नियम भी है कि अगर कोई राष्ट्रगान के दौरान खड़ा नहीं हो सकता तो यह कोई अपराध नहीं है।

5 मंत्रियों के साथ उमर अब्दुल्ला ने ली थी शपथ

नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बता दें कि उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले सीएम बने हैं। उमर अब्दुल्ला ने 5 मंत्रियों के साथ शपथ ली। जिसमें कश्मीर संभाग से तीन और कश्मीर घाटी से दो विधायकों को मंत्री बनाया गया। वहीं सुरिंदर चौधरी को जम्मू-कश्मीर को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है।

बता दें कि जम्मू-कश्मीर की नई सरकार में नेशनल कॉन्फ्रेंस की सहयोगी पार्टी कांग्रेस शामिल नहीं हुई। कांग्रेस ने उमर सरकार को बाहर से समर्थन देने का एलान किया। जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव कराए गए थे। विधानसभा चुनाव में नेकां और कांग्रेस के गठबंधन को बहुमत मिला था।