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यूपी के गाजियाबाद में 4 अक्टूबर की रात को डासना देवी मंदिर पर उग्र भीड़ में शामिल एक और आरोपी को पुलिस ने दबोच लिया है। पुलिस अभी तक इस मामले में 22 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। उधर बुधवार को दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नारायण गिरी भी डासना मंदिर पहुंचे और घटना की निंदा की।

गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में वेव सिटी थाना पुलिस ने चार अक्टूबर की रात डासना देवी मंदिर पर उग्र भीड़ में शामिल एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक बाल अपचार को भी अभिरक्षा में लिया है।

एसीपी वेव सिटी लिपि नगायच के मुताबिक, पकड़ा गया आरोपित डासना निवासी शाद है। आरोपित उस भीड़ में शामिल था जो देवी मंदिर तक पहुंची थी। पुलिस ने जब भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो पुलिसबल पर पथराव किया गया। मामले में पुलिस 22 आरोपित गिरफ्तार कर चुकी है।

पढ़ें मुख्य बातें-

  • दिल्ली संत महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नारायण गिरी बुधवार को डासना मंदिर पहुंचे।
  • दिल्ली संत महामंडल के महामंत्री महामंडलेश्वर नवलकिशोर दास भी मंदिर पहुंचे।
  • गाजियाबाद में डासना मंदिर पर चार अक्टूबर को हुए हमले की निंदा की।
  • कहा कि किसी समस्या का समाधान बातचीत या कानून से होना चाहिए न कि भीड़ के उन्माद के जरिए।

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग

दिल्ली संत महामंडल ने डासना देवी मंदिर पर चार अक्टूबर को हुए हमले की निंदा की है। बुधवार को महामंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत नारायण गिरी और महामंत्री नवल किशोर दास डासना देवी मंदिर पहुंचे और मंदिर प्रबंधन से पूरे मामले पर जानकारी ली। महंत नारायण गिरी ने रविवार को मंदिर में महापंचायत के लिए जा रहे लोगों पर पुलिस लाठीचार्ज पर आक्रोश जताया है।

महंत नारायण गिरी ने कहा...

बुधवार को मंदिर पहुंचे महंत नारायण गिरी ने कहा कि दिल्ली संत महामंडल पूरी तरह से शिवशक्ति धाम और यति नरसिंहानंद गिरी के साथ हैं। नरसिंहानंद गिरी के बयान पर उन्होंने शास्त्रार्थ का सुझाव दिया

उन्होंने कहा कि हम सनातन के मानने वाले अपने मतभेदों को शास्त्रार्थ के द्वारा हल करते हैं। यह शास्त्रार्थ दोनों समुदायों के बीच में आई गलतफहमी को दूर करेगा। नवलकिशोर दास ने कहा कि भारत भूमि पर सर तन से जुदा का आह्वान अस्वीकार्य है।

समस्या का समाधान बातचीत या कानून से होना चाहिए

उन्होंने कहा कि किसी समस्या का समाधान बातचीत या कानून से होना चाहिए न कि भीड़ के उन्माद के जरिए। इस मौके पर डाक्टर उदिता त्यागी एवं यति निर्भयानंद गिरी भी मौजूद रहे

बता दें कि डासना देवी मंदिर पर तीन राजनेताओं ने पर्दे के पीछे से हमले की साजिश रची थी। उन्होंने ही लोगों को मंदिर पर हमले के लिए उकसाते हुए मौके पर भेजा था। पुलिस को इस मामले में इनपुट इंटेलिजेंस मिले हैं, पुलिस इस मामले में तीनों के खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है, जिससे कि उन पर कड़ी कार्रवाई की जा सके।