आमिर खान की फिल्म लगान से लेकर शाह रुख खान-प्रीति जिंटा स्टारर फिल्म वीर-जारा में अपने शानदार अभिनय की छाप छोड़ने वाले अभिनेता अखिलेंद्र मिश्रा ने हाल ही में कैरेक्टर आर्टिस्ट के साथ बॉलीवुड में होने वाली नाइंसाफी के खिलाफ आवाज उठाई है। रजित कपूर के बाद उन्होंने भी बताया कि किस तरह से आर्टिस्ट का आर्थिक रूप से शोषण हो रहा है।
बॉलीवुड में आए दिन कोई न कोई मुद्दा गरमाया रहता है। कुछ सालों पहले क्वीन कंगना रनौत ने नेपोटिज्म के खिलाफ अपनी आवाज उठाई थी, जिसके बाद से ही इस शब्द की गूंज है। आज भी जाह्नवी कपूर से लेकर अनन्या पांडे और आलिया भट्ट सहित कई स्टार्स को नेपो किड होने के ताने सुनने पड़ते हैं।
कुछ महीनों पहले अनुराग कश्यप और फराह खान जैसे मेकर्स ने सितारों की फीस को लेकर कई सवाल खड़े किये थे।
अब हाल ही में रामायण और महाभारत, उड़ान और चंद्रकांता जैसे शोज में अहम भूमिका निभाने वाले अखिलेंद्र यादव ने प्रोड्यूसर पर आर्टिस्ट में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए ऐसा मुद्दा उठाया है, जिसके बाद उन्हें इस बात का पूरा यकीन है कि उनके दुश्मन बढ़ने वाले हैं।
कोई लिहाज नहीं करता है- अखिलेंद्र मिश्रा
कुछ दिनों पहले 'राजी' एक्टर रजित कपूर ने अपने एक बयान में कैरेक्टर एक्टर्स का पैसों के मामले में आज भी किस तरह से शोषण किया जाता है, इसको लेकर अपने विचार व्यक्त किए थे। अब उनकी इस बात से सहमति जताते दिखे रामानंद सागर की 'रामायण' में 'रावण' का किरदार अदा करने वाले कैरेक्टर एक्टर अखिलेंद्र मिश्रा।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, अखिलेंद्र मिश्रा ने कहा कि कॉरपोरेट वर्ल्ड की तरह कैसे बॉलीवुड में भी मेकर्स बार्गेनिंग करते हैं।
कैरेक्टर आर्टिस्ट के पास दवा के पैसे नहीं होते
अखिलेंद्र मिश्रा ने कैरेक्टर आर्टिस्ट को आर्थिक शोषण करने वालों पर अपना गुस्सा व्यक्त करते हुए आगे कहा,
"इस इंडस्ट्री में पैसा सिर्फ स्टार्स के पास है, क्योंकि निर्माता उन्हें ही देते हैं। आज भी कैरेक्टर आर्टिस्ट अगर अस्पताल में भर्ती हो जाए, तो उनके पास दवाई के पैसे नहीं होते, उन्हें इकठ्ठा करने पड़ते हैं। कई ऐसे म्यूजिशियन, आर्ट डायरेक्टर और यहां तक कि एक्टर्स भी हैं, जो गुमनामी और गरीबी में मर जाते हैं और पता भी नहीं चलता है। पैसे सिर्फ स्टार और प्रोड्यूसर कमाते हैं और कोई नहीं कमाता है"। उन्होंने ये भी कहा कि लोग तुलना हॉलीवुड से करने बैठते हैं, तो फिर सबकी रॉयल्टी फिक्स करो। हॉलीवुड में जो सेट पर पानी भी देते हैं, उनके अकाउंट में भी उन्हें बताए बिना सीधे रॉयल्टी भेज दी जाती है, लेकिन यहां पर ऐसा नहीं है। अपने इस इंटरव्यू को खत्म करते हुए अखिलेंद्र मिश्रा ने कहा कि इस बात को बोलने के बाद अब मैं सबका दुश्मन बन जाऊंगा।
कौन हैं अखिलेंद्र मिश्रा?
अखिलेंद्र मिश्रा को इंडस्ट्री में तीन दशक से ज्यादा का समय हो चुका है। उन्होंने 1992 में अपने करियर की शुरुआत फिल्म 'धारावी' से की थी।
रामानंद सागर रामायण- IMDB
इसके बाद उन्होंने बेदर्दी, वीरगति, सरफरोश, लगान, लाल सलाम, गंगाजल, मुंबई से आया मेरा दोस्त, वीर-जारा, शूटआउट एंड लोखंडवाला, इंडियन 2 जैसी फिल्मों में अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा उन्होंने कई फेमस टीवी शो में भी अहम भूमिका अदा की है।
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