लखनऊ में सात नई सड़कों का निर्माण शुरू हो गया है। ये सड़कें मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम के तहत बनाई जा रही हैं। इन सड़कों की खासियत यह होगी कि ये पर्यावरण के अनुकूल होंगी और इन पर दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा। सड़कों के किनारे पार्किंग और वेंडिंग जोन भी बनाए जाएंगे।
लखनऊ। शहर में खास तरह से बनने वाली सात सड़कों की नींव शनिवार को रखी गई। मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्राक्चर डेवलेपमेंट स्कीम के तहत बनने वाली सड़कों की कुछ खासियत होगी। खास यह होगा कि सड़क को पर्यावरण के अनुकूल बनाया जाएगा।
चौराहों और जंक्शनों की डिजाइन सड़क दुर्घटनाओं को रोकने में कारगर होगी। पार्किंग के साथ ही वेंडिंग जोन को भी व्यवस्थित किया जाएगा। ऐसे इंतजाम होंगे, जिससे अनाधिकृत पार्किंग से सड़क पर अतिक्रमण न हो। इसमे बिजली लाइनों को भूमिगत किया जाएगा।
भूमिगत अन्य लाइनों और पाइपों को डक्ट से ले जाया जाएगा, जिससे भूूमिगत लाइन को डालने के लिए सड़कों की बार-बार खोदाई न करनी पड़े। इसमे सीवर और पानी की पाइप लाइन भी होगी। फुटपाथ का निर्माण होगा और खास तरह की स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी।
यहां बनेंगी सड़कें
- कालिदास चौराहा से सिविल अस्पताल होते हुए अटल चौक तक और डीएसओ चौराहा से लखनऊ चिडिय़ाघर तक
- गोल मार्केट से कपूरथला चौराहा (मंदिर मार्ग) व क्लासिक रेस्टोरेंट से महानगर ब्वायज स्कूल तक, आस्था अस्पताल से हनुमान मंदिर मार्ग तक
- यूनिवर्सिटी रोड से हनुमान सेतु धाम रोड से वाया आरएलबी रोड चौराहा (कालाकांकर रोड) तक
- पुरनिया अलीगंज रोड से सुलभ शौचालय, सावित्री अपार्टमेंट होते हुए मामा चौराहा तक और सावित्री अपार्टमेंट से कुर्सी रोड पेट्रोल पंप तक
- ताड़ी खाना डिवाइडर रोड से पप्पू जनरल स्टोर से बाटी चोखा रेस्टोरेंट मार्ग तक
- इग्नू रोड चौराहे से एलन हाउस स्कूल मार्ग तक
- रजनीखंड पावर हाउस से सैनिक ढाबा, रायबरेली मुख्य मार्ग तक
मंत्री और महापौर करेंगी भूमि पूजन
महानगर मोंटफोर्ट स्कूल तिराहा पर सुबह 11 बजे आयोजित कार्यक्रम में नगर विकास और ऊर्जा मंत्री एके शर्मा और महापौर सुषमा खर्कवाल मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्राक्चर डेवलेपमेंट स्कीम से बनने वाली सात सड़कों की नींव को रखेंगी। कार्यक्रम में विधायक डा. नीरज बोरा, राजेश्वर सिंह और ओपी श्रीवास्तव भी मौजूद रहेंगी।
पहली बार बन रही सड़कें
नगर निगम के मुख्य अभियंता (सिविल) महेश चंद्र वर्मा का कहना है कि मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्राक्चर डेवलेपमेंट स्कीम से पहली बार पर्यावरण के अनुकूल और सड़क दुर्घटनाओं से सुरक्षित सड़कों को बनाया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में 45 मीटर अथवा या उससे अधिक चौड़ाई की सड़कों का निर्माण नेशनल हाइवे या फिर स्टेट हाइवे आथारिटी ही करती थी।
शहरी क्षेत्र में इस योजना में दस से 45 मीटर चौड़ी सड़कों के विकास के लिए कोई समर्पित योजना नहीं थी लेकिन अब मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्राक्चर डेवलेपमेंट स्कीम से इस तरह की चौड़ी सड़कों को नगर विकास विभाग भी बना सकेगा।
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