Bribery in CM Helpline देहरादून में सीएम हेल्पलाइन-1905 पर तैनात एक कर्मचारी को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि कर्मचारी ने एक रेस्टोरेंट के मैनेजर से वेतन न मिलने की शिकायत के समाधान के लिए 2500 रुपये की रिश्वत मांगी थी। पुलिस ने गोपनीय जांच के बाद कर्मचारी और उसके दोस्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया है।
देहरादून। सीएम हेल्पलाइन-1905 सेवा को त्वरित न्याय के लिए जाना जाता है। जब कहीं से सुनवाई नहीं होती तो पीड़ित इस हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कर समाधान की आस लगाए रहता है। लेकिन इस हेल्पलाइन सेवा पर ही भ्रष्टाचार का दाग लगा है।
शिकायत पोर्टल पर तैनात कर्मचारी ने एक फरियाद का समाधान करने के लिए शिकायतकर्ता से ही ढाई हजार रुपये की रिश्वत मांग दी। शिकायत भी होटल से वेतन नहीं मिलने की थी। कर्मचारी ने अपने दोस्त की मदद से ठगी का प्रयास किया मगर गोपनीय जांच में दोनों की पोल खुल गई।
मुकदमा दर्ज कर आरोपितों को हिरासत में लि
पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस अब कर्मचारी के उस रिकार्ड को भी खंगाल रही है कि जिसमें अन्य शिकायतकर्ताओं से रिश्वत ली गई हो। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि हरिद्वार के गुरुकुल नारसन में स्थित एक रेस्टोरेंट में मैनेजर सहारनपुर निवासी मनोज ठकराल ने सीएम हेल्पलाइन नंबर-1905 पर शिकायत की थी कि उसे कई महीने का वेतन नहीं मिला
आरोप है कि समस्या के समाधान के लिए काल वाले कर्मचारी ने इसके लिए 2500 रुपये रिश्वत मांगी। इस पर मनोज ने पुलिस मुख्यालय को सूचित किया। मुख्यालय के निर्देश पर एसएसपी देहरादून ने स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) से मामले की गोपनीय जांच कराई।
जांच में पता चला कि अगस्त में सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत के बाद मनोज ठकराल से शैलेंद्र गुसांई नाम के व्यक्ति ने संपर्क किया था। उसने 2500 रुपये रिश्वत की मांग करते हुए धनराशि के आनलाइन भुगतान के लिए वाट्सएप पर क्यूआर कोड भेजा। एसओजी ने जब क्यूआर कोड से संबंधित बैंक खाते की जांच की तो वह सीएम हेल्पलाइन-1905 में तैनात आउटसोर्स कर्मचारी शुभम आनंद का निकला।
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