Bihar Politics जेपी नड्डा बिहार आए और सीएम नीतीश कुमार के साथ मिलकर प्रदेश के चार जिलों को खुश कर दिया है। इन जिलों को अस्पताल से लेकर कई स्वास्थ्य केंद्रों की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोग आरंभ से ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में लगे हैं। अस्पताल में डाक्टरों की व्यवस्था की गई और मुफ्त दवा दी गई।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को राजधानी स्थि्त इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान परिसर में 188 करोड़ की लागत से बने क्षेत्रीय चक्षु संस्थान का उद्घाटन किया। इस दौरान 850 करोड़ की लागत की स्वास्थ्य सेक्टर से जुड़ी कई योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन हुआ।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पटना मेडिकल कालेज एवं अस्पताल को पांच हजार, 462 बेड वाले आधुनिक विश्वस्तरीय हास्पिटल के साथ तैयार किया जा रहा। इसके अतिरिक्त प्रदेश के सभी पुराने मेडिकल कालेज व हास्पिटल को 2500 बेड की क्षमता के साथ तैयार किया जा रहा। इनमे पटना स्थित एनएमसीएच, दरभंगा स्थित डीएमसीएच, मुजफ्फरपुर स्थित एसकेएमसीएच, भागलपुर स्थित जेएलएनएमसीएच व गया स्थित एएनएमसीएच शामिल है।
इन 4 जिलों को मिली जेपी नड्डा और नीतीश कुमार की सौगात
बता दें कि जेपी नड्डा ने पटना के अलावा तीन और जिन जिलों को सौगात दी है, उनमें गया, किशनगंज और भागलपुर शामिल हैं। इन जिलों को केंद्र और राज्य सरकार ने हेल्त हब बनाने का भरोसा दिया है। इनमें सदर अस्पताल के मॉडल हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर, खरीक के नए भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहपुर, शाहकुंड परिसर में बने 20-20 बेड के प्री फैब्रिकेटेड अस्पतालों का उद्घाटन किया गया।
गया को मिली कई सौगात
जेपी नड्डा ने कहा कि मैं सिर्फ गया के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का उद्घाटन नहीं कर रहा हूं बल्कि आईजीआईएमएस में ऑप्थोलमोलॉजी में 190 करोड़ की लागत से आरआईओ का उद्घाटन किए हैं। वह पूर्वी भाग का सबसे बड़ा आई बैंक और एक हजार से ज्यादा कॉर्नियल ट्रांस्प्लांट करने वाले संस्था बना है। अब वहां बिहार, उड़ीसा, पटना, नेपाल सहित अन्य स्थानों के मरीज आंखों के इलाज के लिए आएंगे।
भागलपुर को मिली सौगात
भागलपुर जिले के 5 अस्पताल जनता को समर्पित किए गए। इनमें इनमें सदर अस्पताल के मॉडल हॉस्पिटल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नारायणपुर, खरीक के नए भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिहपुर, शाहकुंड परिसर में बने 20-20 बेड के प्री फैब्रिकेटेड अस्पतालों का उद्घाटन किया गया।
किशनगंज को क्या मिला?
किशनगंज के चार प्रखंड को सौगात मिली हैं। इनमें बहादुरगंज के दो, कोचाधामन और ठाकुरगंज को एक-एक हेल्थ-वेलनेस सेंटर की सौगात मिली है
पटना में मुफ्त दवा-जांच की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने जिन भवनों के निर्माण का शिलान्यास व उद्घाटन किया उसमें हेल्थ यूनिवर्सिटी का भवन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में पहले दवाई और जांच के लिए राशि देनी पड़ती थी पर अब यहां मुफ्त दवा व जांच की व्यवस्था की गयी है। यहां व्यवस्था अच्छी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग इलाज के लिए पहुंच रहे। पहले यहां बेड की संख्या 770 थी।
हमने इस संस्थान को ढाई हजार बेड वाला अस्पताल बनाने का निर्णय लिया। इस पर तेजी से काम हो रहा। अभी बेड की संख्या एक हजार, 370 हो गयी है। काम लगातार चल रहा। इस वर्ष के अंत तक 500 बेड का काम पूरा हो जाएगा। वही 1200 बेड का सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल का निर्माण अगले वर्ष तक पूरा हो जाएगा। इस तरह से .यहां बेड कूी संख्या तीन हजार से अधिक हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग आरंभ से ही स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार में लगे हैं। जब उन्होंने कामकाज संभाला तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन कितने मरीज पहुंच रहे इसका सर्वे कराया। यह पता चला कि एक दिन में एक या दो मरीज आ रहे। इसके बाद अस्पताल में डाक्टरों की व्यवस्था की गयी और मुफ्त दवा दी गयी। आज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर हर महीने औसतन 11 हजार मरीज पहुंच रहे। बिहार में अब मेडिकल कालेजों की संख्या छह से बढ़कर 11 हो गयी है।
कार्यक्रम में कई दिग्गज रहे मौजूद
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मुख्यमंत्री को हरित पौधा भेंटकर स्वागत किया। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप जायसवाल, सांसद रविशंकर प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के निदेशक डा. बिन्दे प्रसाद व उप निदेशक डा. मनीष मंडल भी मौजूद थे।
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