अपने लक्ष्य से दो वर्षों की देरी से पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल के फरवरी 2025 तक बनकर तैयार होने की उम्मीद है। संभावना है कि मार्च 2025 से ही नेपाल के लिए भी सीधी फ्लाइट शुरू हो सकती है। इसमें इमीग्रेशन और कस्टम काउंटर के लिए भी जगह होगी। यहां दोनों मंजिलों पर काउंटर होंगे। अधिकारियों और कर्मियों के बैठने के लिए कमरे भी बनाए जा रहे हैं।
पटना। पटना में नए टर्मिनल का निर्माण चल रहा है। अगले साल तक यह बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद, पटना से अंतरराष्ट्रीय उड़ान की शुरुआत हो सकती है।
गौर हो कि 24 दिसंबर 1999 में दिल्ली से काठमांडू जाने वाले विमान का अपहरण होने के बाद पटना एयरपोर्ट सिर्फ नाम का अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा था। बौद्ध पर्यटकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए नेपाल के अलावा जापान, वियतनाम, म्यांमार और थाइलैंड जैसे देशों के लिए भी सीधा विमान मिलने की संभावना है।
पुराने भवन को तोड़ने का चल रहा काम
बता दें कि नए टर्मिनल का निर्माण 1,216 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। निर्माण कार्य की शुरुआत अक्टूबर 2018 में की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से योजना विलंबित हो गई। पुराने भवन को तोड़ने का काम देरी से शुरू हुआ, जिसकी वजह से भी योजना प्रभावित हुई।
गोदाम, स्टेट हैंगर आदि को ध्वस्त हो चुका है। पार्किंग से लिंक ब्रिज को जोड़ने के बाद पुराने टर्मिनल को पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा। अब तक 65 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है।
पांच एयरोब्रिज और छह पार्किंग
नए टर्मिनल भवन में पांच एयरोब्रिज बनाने के साथ विमानाें के लिए छह पार्किंग भी तैयार की जा रही है। योजना पूरी होने पर पार्किंग की संख्या 11 हो जाएगी। वाहनों के लिए जी प्लस फाइव मल्टीलेवल पार्किंग बन कर तैयार हो गई है। फिलहाल, एटीसी को नए भवन में शिफ्ट किया जा चुका है।
वहीं, एयरपोर्ट अधिकारियों और कर्मियों के लिए जी प्लस सिक्स बिल्डिंग का भी निर्माण हो चुका है, जिसमें वे रहने भी लगे हैं।
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