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रांची में खुलेगा CBSE का क्षेत्रीय कार्यालय, झारखंड के छात्रों-अभिभावकों को नहीं लगाना पड़ेगा पटना का चक्कर

CBSE Regional Office in Ranchi झारखंड के सीबीएसई स्कूलों और छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। उनकी सालों पुरानी मांग पूरी हो गई है। सीबीएसई ने अधिसूचना जारी कर रांची में सीबीएसई का रीजनल ऑफिस खोलने की घोषणा की है। रांची में रीजनल ऑफिस बनने से सीबीएसई छात्रों और उनके अभिभावकों को अब पटना का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा।

 रांची। झारखंड के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के स्कूलों और विद्यार्थियों के लिए एक अच्छी खबर है। उनकी वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई है।

अब रांची में सीबीएसई के रीजनल ऑफिस (क्षेत्रीय कार्यालय) और सेंटर आफ एक्सीलेंस (सीओई) खोले जाने की घोषणा की गई है। इस संबंध में सीबीएसई ने अधिसूचना जारी कर दी है।

अब झारखंड के स्कूलों के लिए सीबीएसई का क्षेत्रीय कार्यालय पटना न होकर रांची होगा। रांची में खुलने वाले क्षेत्रीय कार्यालय के लिए 43 पदों का सृजन भी किया गया है।

रांची के अलावा छह और क्षेत्रीय कार्यालय सह सेंटर आफ एक्सीलेंस खोले जाने की घोषणा की गई है। इसमें अहमदाबाद, गुड़गांव, कोलकाता, लखनऊ और रायपुर शामिल हैं।

झारखंड में 400 स्कूल संचालित

राज्य में सीबीएसई के लगभग 400 स्कूल संचालित हैं। क्षेत्रीय कार्यालय रांची में खुल जाने के बाद छात्रों और अभिभावकों को अब पटना जाने की जरूरत नहीं होगी। छात्र और अभिभावक किसी काम के लिए रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में संपर्क कर सकेंगे।

अभिभावक स्कूलों की लापरवाही समेत अन्य शिकायतें भी आसानी से कर सकेंगे। पटना क्षेत्रीय कार्यालय पर दबाव कम होने से परीक्षा और मूल्यांकन संबंधी कार्यों में भी पारदर्शिता आएगी।

समिति की रिपोर्ट पर कार्यवाही

सीबीएसई की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि राज्यों में संबद्ध स्कूलों, पंजीकृत छात्रों की संख्या में वृद्धि और परीक्षा व मूल्यांकन के संचालन से संबंधित कार्यभार में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बोर्ड की ओर से एक समिति का गठन किया गया था।

समिति ने माना कि क्षेत्रीय कार्यालयों यानी प्रयागराज, पटना, पंचकुला, नोएडा, अजमेर, भुवनेश्वर में कार्य का भार अधिक है। जिस कारण परीक्षा पूर्व और बाद की गतिविधि को सुचारू रूप से संचालित करना, समयबद्ध तरीके से उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन सहित परीक्षा की गोपिनयता को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है।

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