कांग्रेस सांसद एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के लेख पर सियासी हंगामा शुरू हो गया है। राजा-महाराजाओं पर उनकी टिप्पणी पर ग्वालियर राजघराने से संबंध रखने वाले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है। भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के ज्ञान पर भी सवाल उठा दिया है।
मीडिया में छपे राहुल गांधी के लेख पर सियासी हंगामा शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने गांधी पर राजघरानों की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया। सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी पहले भारत माता का अपमान करना बंद करें। दीया कुमारी ने कहा कि राहुल गांधी समाज को बांटना चाहते हैं।
राहुल गांधी को इतिहास का कोई ज्ञान नहीं
राहुल गांधी के लेख पर राजस्थान की डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा कि राहुल गांधी ने अपने लेख में जो लिखा है, उसकी मैं कड़ी निंदा करती हूं। उन्होंने लिखा है कि राजपरिवारों ने रिश्वत ली। ऐसा लगता है कि उन्हें इतिहास का कोई ज्ञान नहीं है। उन्हें ज्ञान जुटाना चाहिए। वे सांसद हैं। ऐसा करने से पहले उन्हें सारे तथ्य इकट्ठा करने चाहिए थे। मगर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
राजपरिवारों के योगदान को सभी जानते हैं। जब सरदार वल्लभभाई पटेल के आह्वान पर भारत का एकीकरण हुआ था, तब सभी पूर्व राजपरिवारों ने आगे आकर कहा था कि वे मिलकर नया भारत बनाएंगे। मुझे लगता है कि राहुल गांधी को या तो यह पता नहीं है या फिर वे राजपरिवारों की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। वे समाज को बांटना चाहते हैं, यह उनकी आदत रही है। उनकी पार्टी ने हमेशा समाज और जातियों को बांटा है। यह उसी का एक और उदाहरण है। मैं इसकी कड़ी निंदा करती हूं। उन्हें पहले इतिहास का ज्ञान इकट्ठा करना चाहिए, तथ्य जानने चाहिए और फिर इस तरह की ओछी टिप्पणियां करनी चाहिए।
राहुल गांधी की अज्ञानता ने हदें पार कीं: सिंधिया
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को आड़े हाथों लिया। दरअसल, राहुल गांधी ने अपने एक लेख में मौजूदा व्यापार और बाजार से जुड़े अपने विचारों को साझा किया। इसमें उन्होंने एनडीए सरकार की आलोचना भी की। अब राहुल गांधी के इसी लेख पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, "नफरत बेचने वालों को भारतीय गौरव और इतिहास पर व्याख्यान देने का कोई अधिकार नहीं है। भारत की समृद्ध विरासत के बारे में राहुल गांधी की अज्ञानता और उनकी औपनिवेशिक मानसिकता ने सभी हदें पार कर दी हैं।
सिंधिया ने आगे कहा कि अगर आप राष्ट्र के उत्थान का दावा करते हैं तो भारत माता का अपमान करना बंद करें और महादजी सिंधिया, युवराज बीर टिकेंद्रजीत, कित्तूर चेन्नम्मा और रानी वेलु नचियार जैसे सच्चे भारतीय नायकों के बारे में जानें, जिन्होंने हमारी आजादी के लिए लड़ाई लड़ी।"
राहुल गांधी ने लेख में क्या लिखा?
बुधवार को राहुल गांधी ने एक्स पर अपना लेख साझा किया। कुछ ही समय में राहुल गांधी के लेख पर हंगामा शुरू हो गया है। राहुल गांधी ने लिखा कि अपनी व्यापारिक शक्ति से नहीं बल्कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की आवाज अपने शिंकजे से कुचली थी। कंपनी ने राजा और महाराजाओं को डराया-धमकाया। उन्हें रिश्वत देकर भारत पर कब्जा किया। राहुल गांधी ने लिखा कि मूल ईस्ट इंडिया कंपनी 150 साल पहले खत्म हो गई थी, लेकिन तब जो कच्चा डर पैदा हुआ था, वह वापस आ गया है।
एकाधिकारवादियों की एक नई नस्ल ने इसकी जगह ले ली है। उन्होंने अपार धन इकट्ठा किया है। हमारी संस्थाएं अब हमारे लोगों की नहीं हैं, वे एकाधिकारवादियों के इशारे पर चलती हैं। लाखों व्यवसाय नष्ट हो गए हैं। भारत अपने युवाओं के लिए रोजगार पैदा नहीं कर पा रहा है।
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