गुरुग्राम में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई जारी है। ताजा मामले में गुरुग्राम के बहरामपुर और कादरपुर में अवैध रूप से विकसित की जा रही सात कॉलोनियों में जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट (डीटीपीई) ने बुलडोजर चलाया। इस कार्रवाई में 56 डीपीसी सात चारदीवारी और सड़क नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया गया। इसके साथ ही लोगों से अपील की गई है कि वे ऐसी अवैध कॉलोनियों में निवेश न करें।
नया गुरुग्राम। टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग के जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट (डीटीपीई) की तरफ से गांव बहरामपुर तथा कादरपुर में अवैध रूप से कट रही सात अवैध कॉलोनियों में तोड़फोड़ अभियान चलाया। अभियान नियंत्रित और शहरी क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाली अवैध कॉलोनियों में चलाया गया।
डीटीपीई मनीष यादव के नेतृत्व में चले इस अभियान के तहत गांव बहरामपुर में चार अवैध कॉलोनियों और एक फार्महाउस कॉलोनी को काटा जा रहा था जो लगभग 16 एकड़ में फैली
इस कार्रवाई के दौरान 56 डीपीसी, सात चारदीवारी और सड़क नेटवर्क को ध्वस्त किया गया। इसी प्रकार से गांव कादरपुर में दो अवैध कॉलोनियों का ध्वस्तीकरण किया गया, जो लगभग चार एकड़ में फैली थीं।
बड़ी संख्या में जुट गई भीड़
यहां पांच डीपीसी, एक चारदीवारी और सड़क नेटवर्क को जमींदोज कर दिया गया। अभियान के दौरान बड़ी संख्या में लोग एकत्र हो गए। इस पर अधिकारियों ने अपील की कि वे अपनी मेहनत की कमाई को ऐसी अवैध कॉलोनियों में निवेश न करें।
उन्होंने लोगों को सलाह दी कि जमीन या प्लॉट खरीदने से पहले वे डीटीपी कार्यालय से संपर्क करें और पूरी जानकारी हासिल करें। कार्रवाई के दौरान डीटीपीई मनीष यादव के अलावा बतौर डयूटी मजिस्ट्रेट एटीपी अनीश ग्रोवर, जूनियर इंजीनियर सचिन, शुभम, परमिल समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा। इससे दो दिन पहले जीएमडीए ने एमजी रोड, सोहना रोड, फाजिलपुर रोड और घसोला रोड पर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की थी।
सेक्टर 17 मार्केट और सेक्टर 22 रोड को किया अतिक्रमण मुक्त
नगर निगम गुरुग्राम की एन्फोर्समेंट टीम ने बुधवार को सेक्टर-17 मार्केट सहित सेक्टर-22 रोड व आसपास के क्षेत्रों में अतिक्रमण हटाया। इस दौरान रेहड़ी, पटरी, खोखों, बोर्ड, शेड सहित अन्य प्रकार के अस्थायी अतिक्रमण को हटाया गया। टीमों ने अतिक्रमण करने वालों के सामान को भी जब्त किया है। साथ ही मौके पर हिदायत दी कि दोबारा से अतिक्रमण न करें, अन्यथा उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त डॉ. नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि जनहित को ध्यान में रखते हुए अतिक्रमण न किया जाए क्योंकि अतिक्रमण के कारण आमजन व वाहन चालकों को परेशानी होती है। सड़कें पर अतिक्रमण के कारण सड़कें तंग हो जाती हैं, जिससे यातायात जाम होता है।
इसी प्रकार फुटपाथ रेहड़ी या सामान रखने के लिए नहीं बल्कि पैदल चलने वालों के लिए हैं। उन्होंने कहा कि बाजारों में अतिक्रमण होने से वहां आने वाले ग्राहकों को तो परेशानी होती ही है, साथ ही बाजार के व्यापारियों पर भी इसका असर होता है क्योंकि आज के समय में लोग भी वहीं खरीदारी करना पसंद करते हैं, जहां पर अतिक्रमण न हो
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