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शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि हरियाणा में अतिआत्मविश्वास के चलते ही पार्टी को हार मिली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलना चाहिए था। राउत ने आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर में भाजपा ने अनुच्छेद 370 को हटाया और उसी पर चुनाव लड़ा और यहां से उनका हारना एक बड़ा संदेश है।

मुंबई। हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस को इंडी गठबंधन के उसके सहयोगी नेता ही घेरने लगे हैं। कांग्रेस की हार पर बोलते हुए शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि हरियाणा में अतिआत्मविश्वास के चलते ही पार्टी को हार मिली है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को सभी सहयोगियों को साथ लेकर चलना चाहिए था। 

जम्मू-कश्मीर में भाजपा की हार के बड़े मायने

संजय राउत ने आगे कहा कि जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों के परिणाम सबसे महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये वो जगह है जहां भाजपा ने अनुच्छेद 370 को हटाया और उसी पर चुनाव लड़ा। उन्होंने कहा कि जेएंडके में भाजपा का हारना लोगों का बड़ा संदेश है।

तो हरियाणा में परिणाम कुछ और होते

इसी के साथ उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन हरियाणा में नहीं जीत सकता था क्योंकि कांग्रेस को लगा ओवर कॉन्फिडेंस में थी और वो सोच रही थी कि अपने दम पर चुनाव जीत जाएगी। राउत ने कहा कि कांग्रेस को लग रहा था कि उसे सत्ता पाने के लिए किसी अन्य साथी की जरूरत नहीं है, लेकिन हमने महसूस किया कि अगर वो समाजवादी पार्टी, AAP या अन्य छोटे दलों के साथ सीटें साझा करती तो परिणाम कुछ और होते।

सीएम का चेहरा अब घोषित करना ही होगा

संजय राउत ने इसी के साथ अब महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर भी कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि अब एमवीए को अपना सीएम चेहरा बताना ही होगा और अगर कांग्रेस इस चुनाव में भी अकेले चुनाव लड़ना चाहती है तो अपना प्लान पहले ही बता दे। 

 

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