उत्तराखंड की 13 विभूतियों को मिला Tilu Rauteli पुरस्कार, 32 आंगनबाड़ी कार्यकत्री भी हुुईं सम्मानित
Tilu Rauteli Awards 2024 हर साल आठ अगस्त को तीलू रौतेली व आंगनबाड़ी पुरस्कार दिए जाते हैं। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2024 के लिए तीलू रौतेली पुरस्कारों की घोषणा की। गुरुवार को 13 विभूतियों के साथ ही 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि महिला सशक्तीकरण एवं विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने शिरकत की।
महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से वीरांगना तीलू रौतेली के जन्मदिवस पर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर दूसरों के लिए प्रेरणा बन रही प्रदेश की 13 महिलाओं व युवतियों को राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली जबकि 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
संस्कृति विभाग के हरिद्वार बाईपास स्थित सभागार में आयोजित राज्य स्त्री शक्ति तीलू रौतेली एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्री पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि महिला सशक्तीकरण एवं विभागीय मंत्री रेखा आर्या ने शिरकत की। विभाग के निदेशक प्रशांत आर्य ने कहा महिलाएं जो निस्वार्थ भाव व लगा के कार्य को कर रही हैं।
खेल, कला, संस्कृति, पर्यावरण, समाजसेवा आदि के क्षेत्र में दिया जाता है। 51 हजार की धनराशि, स्मृति चिह्न व प्रशस्ति पत्र इस पुरस्कार में दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पोषण ट्रेकर ऐप आने वाले समय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ही जनता भी इसको देख सकेगी।
कहा कि पुरस्कार मिलने के बाद जिम्मेदारी दोगुनी बढ़ जाती है। इस पर सभी को खरा उतरना है। इस दौरान वीरांगना तीलू रौतेली के जीवन पर आधारित लघु फिल्म प्रदर्शित की गई। इस मौके पर रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ, उत्तराखंड संस्कृति साहित्य एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट आदि मौजूद रहे।
खेल के क्षेत्र में इन्हें मिला पुरस्कार
महिला एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने बताया कि हर साल आठ अगस्त को तीलू रौतेली व आंगनबाड़ी पुरस्कार दिए जाते हैं। खेल के क्षेत्र में अल्मोड़ा से दिव्यांग तैराक प्रीति गोस्वामी, बागेश्वर से ताईक्वांडो खिलाड़ी नेहा देवली, हरिद्वार से पावर लिफ्टर संगीता राणा व ऊधम सिंह नगर से पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी मनदीप कौर को यह पुरस्कार दिया गया।
हस्तशिल्प के क्षेत्र में यह पुरस्कार चमोली की नर्मदा देवी रावत, हिंदी साहित्य के क्षेत्र में चंपावत से सोनिया आर्य, विज्ञान के क्षेत्र में नैनीताल से सुधा पाल, सामाजिक क्षेत्र में पिथौरागढ़ से शकुंतला दत्ताल व टिहरी से रीना उनियाल और बहादुरी के क्षेत्र में यह पुरस्कार गुलदार से मुकाबला कर अपनी सास को बचाने वाली रुद्रप्रयाग की विनीता देवी को दिया गया।
पुरस्कारों का चयन पूरी पारदर्शिता के साथ
उन्होंने बताया कि इसके साथ ही 32 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी पुरस्कार दिया गया। बाल परियोजनाओं में अच्छा कार्य करने वाली कार्यकर्ताओं को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि सभी पुरस्कारों का चयन पूरी पारदर्शिता के साथ किया गया है। उन्होंने सभी चयनित विभूतियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि इससे अन्य महिलाएं भी प्रेरित होंगी।
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