रामपुर में ताई की मौत के बाद उनकी 15 वर्षीय बेटी से चचेरा भाई शारीरिक संबंध बनाता रहा। आरोपित पांच माह से वह पीड़ित से दुष्कर्म कर रहा थाजिससे पीड़ित गर्भवती हो गई। गर्भपात कराने के लिए वह उसे झोलाछाप के पास ले गया। गर्भपात से उसकी हालत बिगड़ गई जिसके बाद उसके परिवार को सब सच बताया ।
रामपुर:-जिले में भाई-बहन के रिश्तों को शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है। चचेरे भाई ने नाबालिग बहन को हवस का शिकार बनाकर गर्भवती कर दिया। स्वजन को बताए बिना झोलाछाप महिला के पास ले जाकर गर्भपात करा दिया। झोलाछाप की ओर से किए गए आपरेशन से पीड़ित की हालत बिगड़ गई तब स्वजन को जानकारी हुई।
पीड़ित को दूसरे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका कुशल चिकित्सक की देखरेख में उपचार किया जा रहा है। पुलिस ने पीड़ित के पिता की तहरीर पर दुष्कर्म के आरोपित चचेरे भाई और गर्भपात करने वाली कथित झोलाछाप महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। उधर सीएमओ के आदेश पर नोडल अधिकारी ने झोलाछाप के क्लीनिक पर छापामार कार्रवाई की लेकिन आरोपित मौके पर नहीं मिली। पुलिस ने आरोपित चचेरे भाई संजीव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
क्या है मामला?
मामला पटवाई थाना क्षेत्र का है। यहां के एक गांव में दो भाइयों का परिवार रहता है। बड़े भाई की पत्नी की मृत्यु हो चुकी है, उनकी 15 वर्षीय बेटी से छोटे भाई के युवा बेटे ने संबंध बना लिए। पांच माह से वह पीड़ित से दुष्कर्म कर रहा था,जिससे पीड़ित गर्भवती हो गई। गर्भ पांच माह का हो गया। इस पर युवक घबरा गया। वह उसे लेकर एक झोलाछाप महिला से मिला। झोलाछाप ने गर्भपात कर दिया।
आपरेशन में लापरवाही से पीड़ित की हालत बिगड़ गई। इस पर झोलाछाप ने उसे दूसरे प्राइवेट अस्पताल में ले जाने की सलाह दी। इसके बाद वह अस्पताल बंद करके फरार हो गई। युवक को तब मजबूर होकर स्वजन को बताना पड़ा।
स्वजन पीड़ित को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, जहां उसका कुशल चिकित्सक की देखरेख में उपचार चल रहा है। मामला चर्चा में आने के बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा. एसपी सिंह के निर्देश पर नोडल अधिकारी डा. केके चहल ने झोलाछाप के अस्पताल पर छापा मारा। वहां कोई नहीं मिला।
उन्होंने अस्पताल को सील कर दिया है। उधर पटवाई थाना प्रभारी अमरनाथ वर्मा ने बताया कि रविवार को किशोरी के पिता की तहरीर के आधार पर चचेरे भाई संजीव और बब्ली नाम की झोलाछाप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है। दुष्कर्म के आरोपित भाई को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है। महिला की तलाश की जा रही है।
भवन में पहले भी चल रहा था झोलाछाप का अस्पताल
नाबालिग गर्भवती किशोरी का जहां गर्भपात किया गया, उस भवन में पहले उजाला हास्पिटल के नाम से फर्जी अस्पताल चल रहा था। तब भी नोडल अधिकारी ने छापा मारकर उसे बंद करा दिया था। अब भवन स्वामी ने उसे दूसरे झोलाछाप को किराये पर दे दिया, जहां अप्रशिक्षित महिला अस्पताल चला रही थी।
नोडल अधिकारी डा. केके चहल ने बताया कि ऊपरी मंजिल पर भवन स्वामी का परिवार रहता है, जबकि भूतल पर अस्पताल चल रहा था। इस बार पूरे भवन को खाली कराकर सील कर दिया है। भवन स्वामी का परिवार अपने दूसरे मकान में चला गया है। अस्पताल चला रही महिला के पास न तो चिकित्सा कार्य की डिग्री है और न ही उसका अस्पताल मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में पंजीकृत है।
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