Gaya News: गया पहुंचे BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्वजों के मोक्ष के लिए किया पिंडदान
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी गया जी में पिंडदान करने पहुंचे। उन्होंने विष्णुपद परिसर में कर्मकांड किया और विष्णुपद मंदिर में श्री हरि के चरण पर पिंड अर्पित किया। इसके बाद देवघाट पहुंचकर गया जी डैम के तट पर अपने पूर्वजों को जलांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि गया जी में पिंडदान करना भारतीय संस्कृति और सभ्यता की पहचान है।
गया। मोक्ष और ज्ञान की भूमि गया जी में पिंडदान करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी पहुंचे। उन्होंने अपने पूर्वजों के मोक्ष दिलाने को लेकर गयाजी स्थित विष्णुपद परिसर में कर्मकांड किया।
Karwa Chauth 2024: कब और कैसे किया जाता है करवा चौथ का व्रत? अभी नोट करें महत्वपूर्ण बातें
सनातन धर्म में करवा चौथ (Karwa Chauth 2024 Vrat) के पर्व का अपना खास महत्व है। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए विधिपूर्वक व्रत करती है। वैदिक पंचांग के अनुसार इस बार करवा चौथ का त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। आइए इस लेख में जानते हैं करवा चौथ व्रत कब और कैसे किया जाता है।
Lord Ganesh: इस स्तुति के पाठ से जीवन के सभी विघ्न होंगे दूर, प्राप्त होगी गणपति बप्पा की कृपा
बुधवार का दिन भगवान गणेश का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि प्रभु की उपासना करने से जीवन के सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं। यदि आप भी अपने जीवन में व्याप्त समस्त प्रकार के दुख और क्लेश से मुक्ति पाना चाहते हैं तो बुधवार के दिन गणपति की पूजा कर मोदक और फल का भोग लगाएं। इससे सभी समस्या दूर होगी।
Rudraprayag News: तृतीय केदार तुंगनाथ में एक लाख के पार पहुंचा तीर्थयात्रियों का आंकड़ा, अच्छे मुनाफे की उम्मीद
तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर में तीर्थयात्रियों की संख्या 1 लाख के पार पहुंच गई। दूसरे चरण की यात्रा शुरू होने से तुंगनाथ धाम और घाटी के यात्रा पड़ावों पर रौनक बढ़ गई है। 55941 पुरुष 33626 महिलाएं 10285 नौनिहाल 810 साधु-संन्यासी और 158 विदेशी सैलानी दर्शन कर चुके हैं। इससे पर्यटन व्यवसाय को अच्छा मुनाफा होने की उम्मीद बढ़ी है।
Durga Puja 2024: पंडाल और मूर्ति को लेकर आ गया पटना प्रशासन का नया निर्देश, DM-SP को मिला खास काम
प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने दुर्गापूजा के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि दुर्गापूजा पंडाल की ऊंचाई 40 फीट से ज्यादा नहीं रहनी चाहिए और प्रतिमा भी 20 फीट से ज्यादा ऊंची नहीं रखनी चाहिए। इसके अलावा आयुक्त ने सुदृढ़ विधि-व्यवस्था निर्बाध यातायात सीसीटीवी से निगरानी और ड्रोन से भीड़ पर नजर रखने का निर्देश दिया है।
पटना। प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने कहा है कि दुर्गापूजा पंडाल की ऊंचाई 40 फीट से ज्यादा नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने प्रतिमा भी 20 फीट से ज्यादा ऊंची नहीं रखने का निर्देश दिया है।
Mahalaxmi Vrat 2024: कब है अंतिम महालक्ष्मी व्रत? इस विधि से करें उद्यापन, धन संबंधी समस्या होगी दूर
महालक्ष्मी व्रत 16 दिनों तक रखा जाता है। इस अवधि के दौरान रोजाना मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक उपासना की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना की जाती है। इस व्रत के अंतिम दिन उद्यापन किया जाता है। मान्यता है कि उद्यापन न करने से साधक शुभ फल की प्राप्ति से वंचित रहता है।
Hanuman ji Puja: मंगलवार के दिन करें हनुमान चालीसा का पाठ, इतनी बार पढ़ने से दूर होंगे सभी कष्ट
मंगलवार का दिन हनुमान जी की पूजा के लिए शुभ माना जाता है। उनकी पूजा से सभी दुखों का अंत होता है। ऐसी मान्यता है कि जो लोग मंगलवार का व्रत रखते हैं और विधिपूर्वक पूजा करते हैं उनकी सभी मनोकामनाएं पू्र्ण होती हैं। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है। इसके अलावा इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ भी बहुत लाभकारी माना जाता है।
Mahalaxmi Vrat 2024: महालक्ष्मी व्रत के अंतिम दिन इस तरह करें पूजा, धन से भर जाएंगे भंडार
महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होती है। वहीं इसका समापन आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर होता है। इस दिन शुभ दिन पर साधक मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्ति के लिए पूजा कर प्रिय चीजों को भोग अर्पित करते हैं। साथ ही गरीब लोगों में दान करते हैं। इससे सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
Mahalaxmi Vrat 2024: 23 या 24 सितंबर, कब है अंतिम महालक्ष्मी व्रत? नोट करें उद्यापन की सरल विधि
महालक्ष्मी व्रत 16 दिनों तक रखा जाता है। इस अवधि के दौरान रोजाना मां लक्ष्मी की विधिपूर्वक उपासना की जाती है। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना की जाती है। इस व्रत के अंतिम दिन उद्यापन किया जाता है। मान्यता है कि उद्यापन न करने से साधक शुभ फल की प्राप्ति से वंचित रहता है।
Ram Mandir: नवरात्र से शुरू होगा राम मंदिर के मुख्य शिखर का निर्माण, 120 दिनों में होगा पूरा
राम मंदिर के मुख्य शिखर का निर्माण नवरात्रि से शुरू होने की संभावना है। मंदिर के छह शिखरों में से पांच आकार ले चुके हैं और अब निर्माण समिति मुख्य शिखर पर ध्यान केंद्रित कर रही है। 161 फीट ऊंचे मंदिर के मुख्य शिखर के निर्माण में अन्य शिखरों की तुलना में अधिक समय लगेगा। निर्माण कार्यदायी संस्थाओं के शिल्पी ही करेंगे।