लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अडाणी मामले में एक बार फिर से केंद्र सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि अडानी समूह उद्योगपति गौतम अडानी से जुड़े अमेरिकी अदालत द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार करेगा। राहुल गांधी ने कहा कि अडाणी पर अमेरिका में पैसों से जुड़े तमाम आरोप लगे हैं। संसद में भी विपक्ष के नेताओं ने इस मामले में चर्चा की मांग की।
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि अडानी समूह उद्योगपति गौतम अडानी से जुड़े अमेरिकी अदालत द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार करेगा। बता दें कि राहुल गांधी ने इन आरोपों के संबंध में गिरफ्तारी की भी मांग की।
दरअसल, अडानी ग्रुप एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) ने आज स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई सूचना में समूह के संस्थापक और अध्यक्ष गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और अडानी ग्रीन एनर्जी के एमडी और सीईओ विनीत जैन के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग द्वारा लगाए गए रिश्वतखोरी के आरोपों का खंडन किया।
राहुल गांधी ने की गिरफ्तारी की मांग
मीडिया से बात करते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि आपको लगता है कि अडानी आरोपों को स्वीकार कर लेंगे? जाहिर है, वह आरोपों से इनकार करेंगे। मुद्दा यह है कि उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए, जैसा कि हमने कहा है। आज लोगों को मामूली आरोपों के लिए गिरफ्तार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अडाणी पर अमेरिका में हजारों करोड़ रुपये का आरोप है। इसी के साथ राहुल गांधी ने केंद्र की सरकार पर अडाणी को बचाने का आरोप भी लगाया।
मामले में अडाणी ग्रुप ने जारी किया बयान
गौरतलब है कि अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की ओर से एक बयान जारी किया गया है। इस बयान में कहा गया कि मीडिया में छपे लेखों में कहा गया है कि हमारे कुछ निदेशकों गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत ऐन पर अभियोग में अमेरिकी विदेशी भ्रष्ट आचरण अधिनियम (एफसीपीए) के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। इस तरह के बयान गलत हैं।
कंपनी की ओर से यह भी बताया गया कि गौतम अडानी, सागर अडानी और विनीत जैन पर अमेरिकी न्याय विभाग के अभियोग या अमेरिकी एसईसी की सिविल शिकायत में निर्धारित एफसीपीए के किसी भी उल्लंघन का आरोप नहीं लगाया गया है।
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