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PM Modi News - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 दिसंबर को महाकुंभ 2025 के आगाज के लिए प्रयागराज आएंगे। उनकी यात्रा के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय से स्वीकृति मिल गई है। प्रधानमंत्री वायुसेना के प्लेन से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे और फिर संगम जाएंगे जहां वे गंगा पूजन और आरती करेंगे। इसके बाद वे लगभग 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे।

प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के आगाज के लिए 12 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीर्थराज आएंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से इस कार्यक्रम को लेकर ओके कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश शासन को पीएमओ से पत्र भी आ गया है। प्रदेश शासन ने जिला प्रशासन और मेला प्रशासन को इस स्वीकृति से अवगत करा दिया गया है।

कार्यक्रम के मुताबिक, प्रधानमंत्री वायुसेना के प्लेन से बमरौली एयरपोर्ट दिन में 11 बजे पहुंचेंगे। वहां से हेलीकाप्टर से परेड स्थित हेलीपैड पहुंचेंगे और फिर संगम जाएंगे। गंगा पूजन और आरती के बाद वह अक्षयवट व समुद्र कूप कॉरिडोर और फिर बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर जाएंगे। 

इसके बाद वह परेड स्थित 17 नंबर पार्किंग में सभा को संबोधित करेंगे। सभा के पहले प्रधानमंत्री लगभग 16 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इसमें पुल से लेकर हाईवेज और रेलवेज के भी प्रोजेक्ट हैं। रेलवे स्टेशनों पर पुनर्विकास व वाराणसी-प्रयागराज दोहरीकरण, गंगा पर रेलवे ब्रिज और तीनों कॉरिडोर का भी लोकार्पण करेंगे। 

महाकुंभ से जुड़े प्रोजेक्ट, सड़क परियोजनाओं, आरओबी-फ्लाईओवर का भी उद्घाटन करेंगे। एयरपोर्ट के विस्तार के प्रोजेक्ट का शुभारंभ करेंगे। इस कार्यक्रम में वह महाकुंभ का आगाज करेंगे। वैसे महाकुंभ उनके कार्यक्रम के लगभग एक माह बाद 13 जनवरी 2025 से शुरू होगा।

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर अभी से ही तैयारी शुरू हो गई है। प्रयागराज मेला प्राधिकरण प्रशासन और जिला प्रशासन के साथ ही रेलवे, एयरपोर्ट, एनएचएआइ, सेतु निगम समेत विभिन्न विभाग तैयारी में जुट गए हैं।

40 हजार से अधिक रिचार्जेबल लाइट्स से रोशन होगा महाकुंभ

प्रयागराज। महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता में बिजली का भी महत्वपूर्ण योगदान होगा। महाकुंभ के दौरान शाम के समय मेला क्षेत्र की चमचमाती रोशनी गंगा और यमुना की कलकल बहती निर्मल धारा को और भी अलौकिक रूप प्रदान करेगी। 

इस अलौकिक दृश्य को श्रद्धालु बिना किसी बाधा के अपनी आंखों से निहार सकें, इसके लिए सरकार ने इस बार अनूठी पहल की है। पहली बार पूरे मेला क्षेत्र को रोशन बनाए रखने के लिए 40 हजार से अधिक रिचार्जेबल लाइट्स (रिचार्जेबल बल्ब) का उपयोग किया जा रहा है। 

ये बल्ब खुद को रिचार्ज करते हैं और बिजली जाने पर भी रोशनी देते रहते हैं। इससे यदि किसी फाल्ट या अन्य वजह से अचानक बिजली चली जाती है तो भी ये बल्ब कभी अंधेरा नहीं होने देते। महाकुंभ ही नहीं, उत्तर प्रदेश में पहली बार इस तरह की लाइट्स का उपयोग किसी बड़े आयोजन में होने जा रहा है

 

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