टेस्ट मैच में शानदार जीत हासिल करने वाली साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश को दूसरे टेस्ट मैच में भी दबाव में ला दिया है। चटगांव में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले ही दिन साउथ अफ्रीका ने शानदार प्रदर्शन किया। उसके दो बल्लेबाजों टोनी डी जोर्जी और ट्रिस्टन स्टब्स ने शतक जमाए जिससे टीम दिन का अंत मजबूत स्थिति में करने में सफल रही।
आरंभिक बल्लेबाज टोनी डी जोर्जी और ट्रिस्टन स्टब्स के पहले टेस्ट शतकों की सहायता से साउथ अफ्रीका ने बांग्लादेश के विरुद्ध दूसरे और आखिरी टेस्ट के पहले दिन दो विकेट पर 307 रन बनाकर दबदबा बनाया। खराब रोशनी के कारण खेल जल्दी रोके जाने के समय जोर्जी 141 और डेविड बेडिंघम 18 रन बनाकर खेल रहे थे।
स्टब्स ने 198 गेंद में छह चौकों और तीन छक्कों की मदद से 106 रन बनाए। साउथ अफ्रीका के कप्तान एडेन मार्करम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया। जोर्जी और मार्करैम ने 69 रन की साझेदारी की जिसे ताइजुल ने तोड़ा। उन्होंने मार्करम को मिड ऑन पर लपकवाया, जिन्होंने 52 गेंद में 33 रन बनाए।
जोर्जी के संभाला मोर्चा
जोर्जी ने तेज गेंदबाज हसन महमूद की गेंद पर ऊंचा शॉट खेला लेकिन पदार्पण कर रहे महीदुल इस्लाम कैच नहीं लपक सके। इसका नुकसान बांग्लादेश को भुगतना पड़ा और इसके बाद जोर्जी ने आक्रामक पारी खेलते हुए अपना पहला टेस्ट शतक जड़ डाला। जोर्जी ने 146 गेंद में अपना शतक पूरा किया। इस बीच स्टब्स ने मेहदी हसन मिराज को लगातार तीन छक्के लगाए।
उन्होंने मोमिनुल हक को स्वीपर कवर में एक रन लेकर 194 गेंद में अपना शतक पूरा किया। तैजुल ने स्टब्स को आउट करके उनके और जोर्जी के बीच 201 रन की साझेदारी को तोड़ा। हालांकि बांग्लादेश के गेंदबाज जोर्जी को रोकने में विफल रहे और उन्होंने 211 गेंदों की अपनी पारी में 10 चौके और तीन छक्के जड़े और साउथ अफ्रीका को आसानी से 300 रन के पार पहुंचाया।
रचा इतिहास
जोर्जी ने इसी के साथ 16 साल के सूखे को खत्म किया है। वह बांग्लादेश में 16 साल बाद टेस्ट की पारी में 50 या उससे ज्यादा का स्कोर बनाने वाले अपने देश के पहले बल्लेबाज बने हैं। उनसे पहले ये काम नील मैकेंजी ने साल 2008 में किया था। तब से 16 साल से कोई भी साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज बांग्लादेश दौरे पर अर्धशतकी पारी नहीं खेल सका था। इस सूखे को जोर्जी ने अपने आठवें ही टेस्ट मैच में खत्म कर दिया।
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