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करवा चौथ का व्रत सुहागन महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल 20 अक्टूबर को करवा चौथ मनाया जाएगा। इसमें पूरे दिन निर्जला उपवास किया जाता है और रात को चांद देखकर उपवास खोलते हैं। लेकिन कुछ महिलाओं को ये व्रत नहीं करना चाहिए। आइए जानें इस बारे में।

करवा चौथ हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं का एक महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए रखा जाता है। करवा चौथ में महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखती हैं और रात को चांद को देखकर ही अपना उपवास खोलती हैं। इस साल ये व्रत 20 अक्टूबर को रखा जाएगा। हालांकि, सुहागिन महिलाओं के लिए इस व्रत का बहुत महत्व होता है, लेकिन कुछ खास परिस्थितियों में महिलाओं को यह व्रत नहीं रखना चाहिए। यहां हम इसी बारे में जानेंगे कि किन महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए।

किन महिलाओं को नहीं रखना चाहिए करवा चौथ का व्रत? 

  • गर्भवती महिलाएं- गर्भावस्था के दौरान महिलाओं का शरीर कई बदलावों से गुजरता है। इस दौरान व्रत रखना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को भरपूर पोषण की आवश्यकता होती है, जिसे व्रत रखने से पूरा नहीं किया जा सकता। साथ ही, पूरे दिन बिना पानी के रहना शिशु और मां, दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है।
  • स्तनपान कराने वाली महिलाएं- स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी व्रत नहीं रखना चाहिए। क्योंकि शिशु को स्वस्थ रखने के लिए मां को सही मात्रा में पोषण की जरूरत होती है, लेकिन उपवास करने की वजह से शरीर में पोषण की कमी हो सकती है, जिससे मां के साथ-साथ बच्चे की सेहत पर भी असर पड़ सकता है।
  • डायबिटीज- जिन महिलाओं को डायबिटीज है, उन्हें भी व्रत नहीं करना चाहिए। उपवास में रहने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित नहीं रहता। इसकी वजह से उन्हें परेशानी हो सकती है। शुगर लेवल ज्यादा कम होना भी खतरनाक हो सकता है।
  • किडनी की बीमारी- जिन महिलाओं को किडनी से जुड़ी कोई समस्या हो, उन्हें करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए। पूरे दिन बिना पानी के रहने की वजह से किडनी पर प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से किडनी से जुड़ी समस्याएं गंभीर हो सकती हैं।
  • क्रॉनिक बीमारियां- जिन महिलाओं को कैंसर या कोई अन्य क्रॉनिक बीमारी है, तो उन्हें भी करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। उपवास करने की वजह से उनकी सेहत को नुकसान हो सकता है। ऐसी स्थिति में दवा न लेने की भूल तो बिल्कुल न करें।
  • पेट से जुड़ी समस्या- जिन महिलाओं को अल्सर या गंभीर एसिड रिफ्लक्स की समस्या है, उन्हें भी करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए। ज्यादा समय तक खाली पेट रहने से ये समस्याएं और गंभीर हो सकती हैं।
  • दिल की बीमारी- जिन महिलाओं को दिल से जुड़ी कोई परेशानी हो, उन्हें भी करवा चौथ का व्रत नहीं रखना चाहिए। पूरे दिन बिना खाना और पानी के रहने से धमनियां सिकुड़ जाती है, जिसकी वजह से बीपी बढ़ता है। ये कंडीशन घातक साबित हो सकती है।
  • शारीरिक कमजोरी- जिन महिलाओं का वजन ज्यादा कम हो या एनीमिया जैसी कोई डेफिशिएंसी डिजीज हो, उनके लिए भी उपवास करना ठीक नहीं है।

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