हर कोई धूमधाम से दशहरा मना रहा है। बच्चे और बड़े मेले में जाकर इस त्यौहार का भरपूर आनंद ले रहे हैं। बड़े पर्दे से लेकर छोटे पर्दे तक श्रीराम और लंकापति रावण के युद्ध को बड़ी ही खूबसूरती से मेकर्स ने दर्शाया है। कई एक्टर्स पर्दे पर राम और रावण बने हैं लेकिन एक ही ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने पर्दे पर दोनों ही किरदारों को बखूबी निभाया है।
नवरात्रि के नौ दिन बाद पूरे देशभर में दशहरा की धूम देखने को मिल रही है। जगह-जगह पर रामलीला का आयोजन किया गया है, जहां कोई भगवान राम, तो कोई रावण का किरदार अदा कर रहा है। हिन्दू परंपरा के मुताबिक, दशहरा को उस दिन के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है, जब श्रीराम ने लंकापति रावण पर विजय प्राप्त की थी।
अब तक कई मेकर्स 'रामायण' में बुराई पर अच्छाई की जीत का वर्णन कर चुके हैं। अलग-अलग अभिनेताओं ने सीरियल और फिल्मों में भगवान राम और लंकापति रावण का किरदार अदा किया है।
हालांकि, इन सितारों के बीच एक ही ऐसे एक्टर रहे हैं, जिन्होंने पर्दे पर श्रीराम का किरदार भी निभाया है और रावण की भूमिका भी अदा की है। कौन हैं वह अभिनेता और कहां है उनके नाम के मंदिर चलिए जानते हैं पूरी डिटेल्स:
ये सुपरस्टार फिल्मी पर्दे पर बन चुका है राम और रावण
श्रीराम और रावण दोनों को पर्दे पर बड़ी ही खूबसूरती से उतारने वाले अभिनेता कोई और नहीं, बल्कि साउथ सिनेमा के सुपरस्टार रह चुके एंटी रामा राव हैं, जिनका पूरा नाम नंदमुरी तारका रामाराव है। एंटी रामा राव जूनियर एनटीआर के दादा हैं और अकेले ऐसे अभिनेता हैं, जिन्होंने फिल्मी पर्दे पर राम और रावण दोनों किरदार प्ले किए हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक, साल 1958 में रिलीज हुई फिल्म 'भूकैलास' में रावण का किरदार अदा किया था। हालांकि, उनकी वह फिल्म पर्दे पर अपनी छाप नहीं छोड़ पाई थी।
इसके बाद उन्होंने साल 1961 में आई फिल्म 'सीता रामा कल्याणम' में एक बार फिर लंकापति का किरदार निभाया। इसके अलावा उन्होंने साल 1963 में रिलीज हुई फिल्म 'लव कुश' में श्रीराम का किरदार अदा किया था।
पौराणिक किरदारों को निभाने में थी महारथ हासिल
60 और 70 के दशक में एंटी रामा राव की एक बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग रही है। उन्होंने फिल्मी पर्दे पर इतनी पौराणिक फिल्मों में काम किया, जिसकी वजह से वह तेलुगु दर्शकों के दिलों पर राज करने लगे। उन्होंने श्रीराम और रावण के अलावा तकरीबन 17 फिल्मों में श्रीकृष्ण का किरदार भी अदा किया है। इस रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि 60 के दशक में तेलुगु सिनेमा में जिस तरह से एक के बाद एक माइथोलॉजिकल किरदार अदा किए उसकी वजह से उन्हें तेलुगु फैंस ने दिव्य' दर्जा दिया।
हैदराबाद में मौजूद उनके घर को फैंस तीर्थ स्थल मानते हैं। 70 के दशक में आंध्र प्रदेश में उनके नाम से कई मंदिर की स्थापना की गई, जहां उनके द्वारा निभाए गए श्रीराम और कृष्णा के अवतार में मूर्ति की स्थापना भी की गई है। हालांकि, 70 के दशक के बाद उन्होंने पौराणिक फिल्में कम करके मास लेवल की फिल्मों में अधिक काम किया।
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