दिल्ली में एक बार फिर बड़ी मात्रा में ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है। क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो विदेशी तस्करों सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की कोकेन बरामद हुई है। बता दें इससे पहले भी दो छापामारी में स्पेशल सेल को 5600 करोड़ और दूसरे में 2000 करोड़ की कोकेन मिली थी।
दक्षिणी दिल्ली। क्राइम ब्रांच ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स गिरोह का पर्दाफाश कर दो विदेशी तस्करों सहित तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। तस्कर नाइजीरिया से कोकेन लाकर राजधानी में तस्करी कर रहे थे। पुलिस ने इनसे तीन करोड़ से ज्यादा रुपये की कोकेन बरामद की है।
ब्रांच इंस्पेक्टर रामपाल की टीम को सूचना मिली थी कि एक नाइजीरियाई ड्रग पेडलर दिल्ली और एनसीआर में ड्रग्स की तस्करी कर रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर नाईजीरिया के रहने वाले जोशुआ अमरचुकवा को आश्रम स्थित सनलाइट कालोनी से गिरफ्तार किया।
उसके साथ ही कैब चालक श्री निवासपुरी निवासी विनीत को भी पकड़ा गया। दोनों कोकेन की तस्करी करने की फिराक में कैब में घूम रहे थे। पुलिस ने इनसे करीब 257 ग्राम कोकेन बरामद की।
पुलिस से बचने के लिए करते थे कैब का इस्तेमाल
पुलिस पूछताछ में जोशुआ अमरचुकवा ने बताया कि उसे माइक नाम के एक नाइजीरियाई नागरिक ने अलग-अलग ग्राहकों को बेचने के लिए कोकेन दी थी। माइक पूरे दिल्ली-एनसीआर में तस्करी करता है।
आरोपित ने बताया कि रास्तों की जानकारी के लिए वह कैब चालक विनीत को स्थाई तौर पर अपने साथ रखता है। उसकी मदद से ही अपने ग्राहकों तक कोकेन पहुंचाता है। कैब चालक होने के चलते पुलिस को भी विनती पर शक नहीं होता था।
मास्टरमाइंड माइक को हरियाणा से दबोचा
छानबीन के दौरान पुलिस ने जोशुआ अमरचुक्वा की निशानदेही पर मास्टरमाइंड नाइजीरिया निवासी कोने एन गोलो सेयदौ उर्फ माइक को हरियाणा के सोहना से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उससे 306 ग्राम कोकेन बरामद की। पुलिस ने बताया कि आरोपित से बरामद कुल 563 ग्राम कोकेन की अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 3.3 करोड़ रुपये कीमत है।
जोशुआ को ड्रग्स की एक तस्करी पर मिलते थे एक हजार रुपये
इंस्पेक्टर ने बताया कि जोशुआ अमरचुक्वा वर्ष 2021 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था। वह तब से सन लाइट कालोनी में रह रहा था। यहां रहकर ही आरोपित ड्रग्स की तस्करी कर रहा था। वह आसानी से पैसे कमाने के लिए विकासपुरी में एक नाइजीरियन किचन में माइक के संपर्क में आया था।
मास्टरमाइंड माइक उसे मांग के अनुसार कोकेन की सप्लाई करता था। साथ ही ग्राहकों के मोबाइल नंबर भी देता था। जोशुआ को हर सप्लाई कर एक हजार रुपये मिलते थे।
बिजनेस वीजा पर भारत आया था मास्टरमाइंड माइक
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह का मास्टरमाइंड कोने एन गोलो सेयडू उर्फ माइक बिजनेस वीजा पर दो महीने पहले ही भारत आया था। वह अपने साथ नाइजीरिया से दो किलोग्राम कोकेन लेकर आया था।
आरोपित ने बताया कि वह केवल अपने ग्राहकों को ही ड्रग्स बेचता था। वह अपने परिचितों के अलावा किसी को कोकेन नहीं देता था, ताकि पुलिस से बचा रहे। उसने दिल्ली-एनसीआर में एक बड़ा नेटवर्क बना रखा था।
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