Skip to main content

मध्य प्रदेश में एक भाजपा विधायक ने पहले गुस्से में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। मगर बाद में उन्हें अपने फैसले पर अफसोस होने लगा। मामला मध्य प्रदेश के सागर जिले का है। यहां के देवरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने इस्तीफा दे दिया है। दरअसल एक डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर उन्होंने गुस्से में आकर यह फैसला किया है।

सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले की देवरी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है। घूस मांगने वाले डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के विरोध में उन्होंने अपना इस्तीफा दिया। हालांकि अब उन्हें अपने इस्तीफे पर पछतावा है। भाजपा विधायक ने डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने थाने के बाहर गुरुवार की रात धरना भी दिया। कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद पटेरिया ने अपना धरना समाप्त कर दिया।

दावा- मृत्यु प्रमाणपत्र के बदले में मांगी घूस

विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने कहा कि एक परिवार मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाना चाहता था। दरअसल, परिवार के 70 वर्षीय व्यक्ति की मौत सांप के काटने से हुई थी। प्रदेश में सांप से काटने से होने वाली मौत पर चार लाख रुपये का मुआवजा मिलता है। डॉक्टर को प्रमाणपत्र में शर्प दंश को मौत का कारण लिखना था। मगर डॉक्टर ने इसके बदले में परिवार से 10 प्रतिशत यानी 40 हजार रुपये की घूस मांगी

परिवार ने किया 10 हजार का इंतजाम

विधायक ने दावा किया कि परिवार मजदूरी से गुजर बसर करता है। उसने 10 हजार रुपये का इंतजाम भी कर लिया था। मगर डॉक्टर ने प्रमाण पत्र नहीं जारी किया। परिवार ने मरा हुआ सांप भी पेश किया। जानकारी मिलने पर विधायक ने डॉक्टर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। उन्होंने रात में केसली थाने पर धरना भी दिया।

आश्वासन देने पर खत्म किया धरना

विधायक ने कहा कि घूस मांगने के विरोध में मैं पुलिस थाने के सामने बैठा था। पुलिस अधीक्षक ने नगर निरीक्षक और डॉक्टर को निलंबित करने की मेरी मांग को स्वीकार करने का आश्वासन दिया है। इसके बाद मैंने धरना समाप्त कर दिया। पटेरिया ने यह भी बताया कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें निर्देश दिया और कहा कि उनकी मांगें जायज हैं और उन पर सहमति है।

इस्तीफा देने पर अफसोस

शुक्रवार को पीटीआई से बातचीत में विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने कहा कि इस्तीफा देने का अफसोस है। गुस्से में ऐसा किया है। मैं बस यह चाहता था कि एक गरीब आदमी की रिपोर्ट दर्ज की जाए। जांच करना और रिपोर्ट लिखना पुलिस का काम है।

विधायक ने रात 11 बजे से 12:30 बजे तक केसली थाने में धरना दिया। हालांकि आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना समाप्त कर दिया है। विकास साहवाल, पुलिस अधीक्षक, सागर।


 

News Category