Mohamed Muizzu पहली बार भारत की आधिकारिक दौरे पर आए राष्ट्रपति मुइज्जू की सोमवार को पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई और इसमें वह अपनी चीन समर्थक छवि से पूरी तरह से भिन्न दिखे। जिन-जिन मुद्दों पर वह भारत का विरोध करते रहे हैं अब उन सभी क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग को वह बढ़ाने को तैयार हैं।
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने गुरुवार को हिंद महासागर द्वीपसमूह को निरंतर वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू पांच दिवसीय भारत की यात्रा पर थे।
साल 2023 में पदभार संभालने के बाद राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की यह पहली भारत यात्रा थी। मुइजू ने राष्ट्रपति मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य वरिष्ठ भारतीय सरकारी अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें मालदीव और भारत के बीच दोस्ती और विकास साझेदारी को मजबूत करने पर केंद्रित चर्चा हुई।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच कई मुद्दों पर हुई चर्चा
मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने गुरुवार को कहा,"यात्रा के दौरान व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के मामले पर चर्चा हुई। पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू के बीच सामाजिक आवास, बुनियादी ढांचे के विकास, कृषि और मत्स्य पालन, व्यापार और निवेश, मानव संसाधन विकास, स्वास्थ्य देखभाल, महिला सशक्तिकरण, नवीकरणीय ऊर्जा और समुद्री और सुरक्षा सहयोग जैसे क्षेत्र शामिल थे।
मालदीव के राष्ट्रपति ने प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद के साथ आगरा की भी यात्रा की और यात्रा के हिस्से के रूप में मुंबई और बेंगलुरु में व्यावसायिक बैठक कीं। दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर में आयोजित व्यावसायिक मंचों पर, मुइज़ु ने पर्यटन उद्यमों के लिए मालदीव की महत्वपूर्ण क्षमता पर प्रकाश डाला और भविष्य में सहयोग के अवसरों की रूपरेखा तैयार की।
मुइज्जू ने पीएम मोदी को मालदीव आने का निमंत्रण दिया
बता दें कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने भारत की वित्तीय सहायता के लिए आभार व्यक्त किया। राष्ट्रपति मुइज्जू ने प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू को मालदीव की राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित भी किया। दोनों देशों ने अपने दीर्घकालिक संबंधों को मजबूत करने और आपसी विकास और समृद्धि की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
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