आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कांग्रेस की हार पर शायराना अंदाज में तंज कसा है। हरियाणा चुनाव में आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत सिर्फ 1.72 पर सिमट गया है। बता दें कि राघव चड्ढा ने कोशिश खूब की थी कि हरियाणा में कांग्रेस और आप का गठबंधन हो। लेकिन कांग्रेस ने आप से हाथ मिलाना सही नहीं समझा।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगा दी। 48 सीटें भाजपा की झोली में डाल दी। दोपहर को ही यह साफ हो गया कि राज्य में तीसरी बार भाजपा की डबल इंजन की सरकार बन रही है।
कांग्रेस को सिर्फ 37 सीटों से संतोष करना पड़ा, जो कि पिछले चुनाव से छह सीटें अधिक हैं। कांग्रेस के साथ गठबंधन की बात न बनने पर अरविंद केजरीवाल की लीडरशिप में पार्टी ने अकेले ही हरियाणा में चुनाव लड़ने का फैसला किया। हालांकि, चुनाव में आम आदमी पार्टी का प्रदर्शन बेहद ही निराशाजनक रहा है।
कांग्रेस को उम्मीद थी कि आम आदमी पार्टी को साथ लिए बिना भी वो राज्य में सरकार बना सकती है। अब कांग्रेस की हार पर आम आदमी पार्टी के नेता भी तंज कस रहे हैं। हरियाणा में 2 प्रतिशत सीट हासिल करने वाली पार्टी का दावा है कि अगर कांग्रेस ने आप का साथ लिया होता तो नतीजा कुछ और हो सकता था।
राघव चड्ढा ने शायराना अंदाज में कसा तंज
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (Raghav Chadha) ने कांग्रेस की हार पर शायराना अंदाज में तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, हमारी आरज़ू की फिक्र करते तो कुछ और बात होती, हमारी हसरत का ख्याल रखते तो एक अलग शाम होती। आज वो भी पछता रहा होगा मेरा साथ छोड़कर, अगर साथ-साथ चलते तो कुछ और बात होती।"
बता दें कि राघव चड्ढा ने कोशिश खूब की थी कि हरियाणा में कांग्रेस और आप का गठबंधन हो।
नहीं चला क्षेत्रीय दलों का जादू
हरियाणा में मतदाताओं ने क्षेत्रीय दलों को पूरी तरह से नकार दिया है। पिछले साल 10 सीटें जीतने वाली जननायक जनता पार्टी को इस बार कोई सीट नहीं मिली। इंडियन नेशनल लोकदल को साल 2019 के चुनाव में एक सीट के साथ 2.44 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस बार दो सीटों पर इनेलो ने जीत हासिल की और उसके वोट प्रतिशत में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत सिर्फ 1.72 पर सिमट गया है, जबकि बसपा का वोट प्रतिशत 4.21 से घटकर साल 2024 में 1.82 पर आ गया है।
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