मृतका के भाई को पहले से ही अंदेशा था कि कही उनकी बहन के साथ कोई अनहोनी न हो जाए। भाई ने बताया बहन सरिता ने अपने पति के आफिस में गुजारा भत्ते की मांग की थी। वहां 35 प्रतिशत वेतन देने की बात हो रही थी। इसी से पति गौरव ज्यादा परेशान था। इसके चलते उसने पत्नी की हत्या कर दी।
मैनपुरी। प्रेमिका के बीच रोड़ा बनी पत्नी ने जब गुजारा भत्ता के लिए पति के ऑफिस में आवेदन कर दिया। वेतन से 35 प्रतिशत पत्नी को देने की बात हुई तो नाराज पति ने पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। शव को मथुरा के छटींकरा स्थित हाईवे पर फेंककर फरार हो गया।
सोशल मीडिया में फोटो प्रसारित होने पर फर्रुखाबाद के रहने वाले भाई ने शव की पहचान सरिता निवासी शृंगार नगर जिला मैनपुरी के रूप में की। शनिवार को ही उसके भाई ने उसके गायब होने की प्राथमिकी मैनपुरी के थाना कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
पुलिस ने हिरासत में लिया पति और देवर
रविवार शाम मैनपुरी पुलिस ने आरोपित पति और देवर को हिरासत में ले लिया। जैंत थाना क्षेत्र में छटींकरा के पास हाईवे पर शनिवार सुबह सात बजे 30 वर्षीय महिला का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। महिला की एक आंख निकली हुई थी। सीने पर गोली लगी हुई थी। महिला की पहचान सरिता निवासी शृंगार नगर जिला मैनपुरी के रूप में हुई है।
बहन की हत्या की दर्ज की रिपोर्ट
फर्रुखाबाद के थाना नवाबगंज के गांव सिमैचीपुर निवासी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी बहन सरिता सिंह की शादी गौरव कुमार निवासी गांव नाहिली घिरोर के साथ 11 मई 2013 को हुई थी। सरिता के बड़ा बेटा कृष्णा एवं छोटा बेटा राघव हैं। बहनोई गौरव भारतीय थल सेना बठिंडा में सैनिक के पद पर कार्यरत हैं। गौरव का मैनपुरी के एक गांव की एक युवती से प्रेम-प्रसंग चल रहा है। वह एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है। जब इस बात की जानकारी सरिता को हुई तो उसने यह बात सास, ससुर और देवर को बताई। इस पर वो सभी आग बबूला हो गए और धमकी देते हुए कहा कि जो हो रहा है होने दे, तुझे बीच में पड़ने की जरूरत नहीं है
सरिता ने दी मायके को जानकारी
फिर सरिता सिंह ने इसकी जानकारी मायके वालों को दी। इसको लेकर कई बार पंचायतें रिश्तेदारों के जरिए हुईं। सभी ने गौरव को खूब समझाया, मगर उसने उल्टा पत्नी सरिता सिंह से ही संबंध खत्म कर दिया। सरिता अपने छोटे बेटे के साथ मैनपुरी शहर के शृंगार नगर मुहल्ले में अपने मौसेरे भाई होशियार सिंह के मकान में किराए पर रहने लगीं। बड़े बेटे को दादा-दादी साथ रख रहे थे। चार अक्टूबर को सुबह आठ बजे सरिता सिंह को मैनपुरी से उसका पति गौरव गांव नाहिली की कहकर ले गया। थोडी ही देर बाद उनका मोबाइल बंद हो गया। स्वजन परेशान होने लगे। उन्होंने नाहिली में जानकारी की तो पता चला कि ससुरालीजन सुबह से ही घर में ताला लगाकर गायब हैं।
मैनपुरी कोतवाली में दर्ज कराया केस
सरिता सिंह के भाई ज्ञानेंद्र सिंह ने शनिवार को पति गौरव व बहन के ससुर सर्वेश, सास मनोज व देवर सौरव के खिलाफ मैनपुरी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। भाई जितेंद्र सिंह ने बताया, सरिता चार भाइयों के बीच अकेली बहन थी। बताया जा रहा है कि हत्या का मामला दर्ज होने के बाद रविवार शाम पांच बजे मैनपुरी पुलिस ने आरोपित पति और देवर को हिरासत में लिया। उनसे पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी इसकी आधकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है। मामले में इंस्पेक्टर कोतवाली फतेहबहादुर सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
बड़े बेटे को ले गए दादा-दादी
वारदात के बाद दादा-दादी मृतका के बड़े बेटे कृष्णा को लेकर घर पर ताला लगाकर गायब हो गए हैं। जैंत पुलिस ने सरिता के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन से सिपुर्द कर दिया। स्वजन शव लेकर शाम को मैनपुरी के गांव पहुंचे। यहां पर मुखाग्नि देने के लिए बड़े बेटे कृष्णा का स्वजन काफी देर तक इंतजार करते रहे। इसके बाद स्वजन शव को फर्रुखाबाद ले गए।
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