Skip to main content

अमेठी शिक्षक परिवार हत्याकांड का आरोपी चंदन वर्मा है जो सुनील की पत्नी पूनम भारती का प्रेमी था। चंदन ने अपने प्यार में पागलपन की हदें पार कर दीं और सुनील के परिवार को उजाड़ दिया। घटना से पहले सुनील ने चंदन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। इससे चंदन की हरकतों को बल मिलता गया।

अमेठी। क्या ऐसा भी आशिक हो सकता है, जो आशिकी में इतना पागल हो जाए कि अपनी प्रेमिका का हंसता खेलता परिवार ही उजाड़ दे। सोशल मीडिया पर कातिल चंदन वर्मा और उसकी प्रेमिका पूनम भारती की तस्वीरें शुक्रवार को तेजी से वायरल हुई। 

तस्वीर देखने के बाद हर व्यक्ति के दिमाग में ये बात कौंध रही है कि क्या प्यार इतना अंधा होता है कि आशिक कुछ भी करने पर उतारू हो जाए। प्रेमी के प्रेम बहके कदमों ने शिक्षक का हंसते-खेलते परिवार को खत्म कर दिया।

साए की तरह मंडराता था चंदन

गुरुवार शाम को शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी कस्बे में शिक्षक सुनील कुमार की पूरे परिवार समेत हत्या मामले में अभी तक मिली जानकारी में शिक्षक की पत्नी पूनम भारती के आशिक चंदन वर्मा का नाम ही सामने आ रहा है। शिक्षक के पिता ने हत्या का केस भी चंदन पर ही दर्ज करवाया है। 

सोशल मीडिया पर शिक्षक की पत्नी की प्रेमी संग वायरल हो रही अंतरंग तस्वीरें बहुत कुछ कह रही हैं। यही नहीं सुनील के रायबरेली छोड़कर परिवार सहित अहोरवा भवानी में किराए के मकान में शिफ्ट होने से यह बात और पुख्ता होती हैं। 

बताते हैं कि चंदन वर्मा पूनम भारती के प्यार में इस कदर पागल था कि जब तक पूनम रायबरेली में थी। वह उसके पीछे साए की तरह मंडराता रहता था। पत्नी की गतिविधियां सुनील से छिपी नहीं थी। सुनील ने सोचा कि रायबरेली छोड़ दिया जाय तो शायद इस बला से छुटकारा मिल जाय, लेकिन अहोरवा भवानी में आशियाना बनाने के बाद पूनम के प्रेमी ने अपनी पहुंच यहां तक बना ली। 

इसी को लेकर अगस्त में अहोरवा भवानी आवास पर चंदन वर्मा के साथ विवाद भी हुआ था, जिसके बाद 18 अगस्त को रायबरेली के सदर कोतवाली में चंदन वर्मा के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराया। 

इसके बाद पूनम ने उससे दूरी बनाने की कोशिश की, लेकिन चंदन तो पूनम के प्यार में पागल हो चुका था और उसने प्यार में पागलपन की सारी हदें पार करते हुए अपने प्यार का हंसता खेलता परिवार उजाड़ दिया।

गुमसुम रहता था सुनील

पत्नी के दूसरे के साथ प्रेम प्रसंग के चलते सुनील अक्सर गुमसुम रहता था। अपने स्टाफ से भी कोई बात शेयर नहीं करता था, क्योंकि चार साल पन्हौना विद्यालय में बिताने के बाद भी वह शिक्षकों के साथ घुल मिल नहीं सका।

खाकी की लापरवाही पर उठ रहे सवाल

20 दिन पहले शिक्षक सुनील को धमकाया गया था, जिसके बाद उसने डायल 112 पर फोन किया था। इन्हौना की डायल 112 के आरक्षी मौके पर आकर थाने जाने की सलाह दी थी। 

सूत्र बताते हैं कि शिक्षक सुनील ने थाने पर जाकर प्रार्थना पत्र भी दिया था, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। हालांकि, शिवरतनगंज पुलिस शिक्षक द्वारा इस तरह की कोई शिकायत किए जाने से इनकार कर रही है।

मेडिकल अवकाश पर घर गए थे सुनील

शिक्षक सुनील कुमार नियमित स्कूल आते थे। बीते तीन जुलाई को 13 दिनों का मेडिकल अवकाश लेकर घर गए थे। साथी शिक्षकों की माने तो सुनील ने टाइफाइड से ग्रसित होने की बात कही थी। घर से लौटने के बाद वह परेशान दिख रहे थे। हालांकि कभी साथी शिक्षकों से अपनी पीड़ा व्यक्त नहीं की।

रायबरेली में प्लाट खरीदने के लिए लिया है ऋण

साथी शिक्षकों की मानें तो मृतक सुनील ने दो माह पहले ही सुदामापुर में घर बनवाने के साथ ही रायबरेली में प्लाट खरीदा था। सुनील के पास रायबरेली में दो आवासीय प्लाट भी हैं। जमीन खरीदने और घर बनवाने के लिए सुनील ने बैंक से करीब पांच लाख रुपये का ऋण लिया है।

शिक्षक के कमरे को पुलिस ने किया सील

अहोरवा भवानी चौराहे के करीब शिक्षक सुनील कुमार किराए पर मकान लेकर रह रहे थे। गुरुवार की रात हत्या के बाद पुलिस ने शिक्षक जिस कमरे में रहते थे। पुलिस ने उसे सील कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का पूरे दिन अहोरवा भवानी चौराहे पर आना-जाना बना रहा।

News Category