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आश्विन माह की अमावस्या को उत्तम माना जाता है क्योंकि यह तिथि पितृ पक्ष के अंतिम दिन पड़ती है। इसे सर्वपितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। सर्वपितृ अमावस्या पर पितरों को विधिपूर्वक विदा जाता है। इस दिन पितरों का श्राद्ध और पिंडदान किया जाता है। इस बार अमावस्या पर सूर्य ग्रहण लगेगा। चलिए जानते हैं इसके बाद अगला सूर्य ग्रहण कब है?

वर्ष 2024 का अंतिम सूर्य ग्रहण आश्विन माह की अमावस्या यानी 02 अक्टूबर को है। ज्योतिष शास्त्र में सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तार से बताया गया है। माना जाता है कि इसका असर लोगों की जिंदगी पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों करने की सख्त मनाही है। सूर्य ग्रहण के समय वर्जित कार्यों को करने से जातक को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हर साल सूर्य ग्रहण लगता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि अगले साल यानी 2025 में कब-कब सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2025) का साया रहेगा?

मार्च 2025 में इस दिन लगेगा सूर्य ग्रहण

वर्ष 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा। यह एशिया, यूरोप, अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका, आर्कटिक महासागर और अटलांटिक महासागर में दिखेगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा। इसका कोई असर भारत में नहीं देखने को मिलेगा। इसी वजह से इसका सूतक काल भी भारत में मान्य नहीं होगा।

इस दिन लगेगा वर्ष 2025 का अंतिम सूर्य ग्रहण

साल 2025 का दूसरा यानी अंतिम सूर्य ग्रहण 21 सितंबर (Solar Eclipses 2025 Dates) को लगेगा। इसका असर अटलांटिक महासागर, अंटार्कटिका, प्रशांत महासागर और ऑस्ट्रेलिया देखने को मिलेगा। यह सूर्य ग्रहण भी भारत में नहीं दिखाई देगा। यह आंशिक सूर्य ग्रहण होगा।  

सूर्य ग्रहण में इन बातों का रखें ध्यान

  • सूर्य ग्रहण (Solar Eclipses Facts) के दौरान भोजन के सेवन की मनाही है। सूर्य ग्रहण से पहले भोजन में तुलसी के पत्तों को डाल दें। ऐसा करने से खाने पर ग्रहण पर कोई असर नहीं पड़ता है।  
  • इसके अलावा ग्रहण की अवधि के दौरान घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। इससे जातक पर ग्रहण का प्रभाव पड़ता है। रसोई से संबंधित कोई भी कार्य करने से बचना चाहिए।  
  • पूजा-अर्चना नहीं करनी चाहिए। सूर्य ग्रहण समापन होने के बाद घर की साफ-सफाई कर गंगाजल का छिड़काव शुद्ध करें।  
  • श्रद्वा अनुसार जरूरतमंद लोगों में कपड़े, अन्न और अनाज का दान करना चाहिए।  

 

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