भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अयोध्या में राम मंदिर को भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है और इसकी भव्यता व दिव्यता का बखान करना मुश्किल है। गावस्कर ने रामलला व हनुमानजी का दर्शन किया और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव से मुलाकात की।
अयोध्या। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कहा कि वर्षों की प्रतीक्षा के बाद रामजन्मभूमि पर निर्मित राम मंदिर भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है। इसकी भव्यता व दिव्यता का चाहे कितना भी बखान किया जाए, वह कम ही होगा।
गावस्कर ने कहा कि यह हिंदुओं की आस्था का बड़ा केंद्र है। इसके पूरी तरह से निर्माण में भले समय लग रहा हो, पर इससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं संतृप्त हो रही हैं। हर किसी को राम मंदिर का दर्शन करने पहुंचना चाहिए।
हनुमानजी का भी दर्शन-पूजन
गुरुवार की सुबह रामनगरी पहुंचे अपने जमाने के दिग्गज क्रिकेटर रामलला का दर्शन करने के उपरांत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के यात्री सेवा केंद्र में स्थित श्रीसत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल के परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
लिटिल मास्टर ने रामलला का दर्शन करने के उपरांत हनुमानगढ़ी पहुंच कर हनुमानजी का भी दर्शन-पूजन किया। इसके बाद सुग्रीव किला स्थित ट्रस्ट कार्यालय में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय से मुलाकात की।
उनके साथ संजीवनी हॉस्पिटल के चेयरमैन डा. सी. श्रीनिवास भी उपस्थित रहे। उन्होंने चंपतराय से राम मंदिर व इसके परिसर में निर्मित हो रहे विभिन्न मंदिरों के निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। उन्हें परिसर में बनने वाले अन्य प्रकल्पों के बारे में विस्तार से बताया गया।
उन्होंने ट्रस्ट की ओर से दर्शनार्थियों को उपलब्ध कराई जा रहीं सुविधाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की। पूर्व क्रिकेटर गावस्कर श्रीसत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल के ट्रस्टी भी हैं।
चिकित्सा क्षेत्र की यह बड़ी संस्था रामभक्तों की सेवा कर रही है। इसके दो-तीन सेंटर रामनगरी में भी स्थापित हैं। गावस्कर इसी संस्था के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे।
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