उपचुनाव से पहले विपक्ष को जिन्ना का ‘जिन्न’ दे गए सीएम योगी, अलीगढ़ के मुद्दे को मिली फिर हवा
Aligarh News खैर विधानसभा सीट से चुने गए अनूप प्रधान सांसद बने हैं। ये सीट खाली है और यहां उपचुनाव होना है। हालांकि अभी तक यूपी में उपचुनाव की घाेषणा नहीं की है। लेकिन पार्टियां तैयारियों में जुटी हैं। खैर विधानसभा सीट पर जनसभा के दौरान सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए जिन्ना की बात की थी। अब फिर से ये मुद्दा तूल पकड़ रहा है।
अलीगढ़। समाज और देश को बांटने के आरोप के साथ कांग्रेस व सपा में जिन्ना की आत्मा बताकर सीएम योगी ने अलीगढ़ के एक मुद्दे को हवा दे दी। यहां के एएमयू के यूनियन हॉल और मौलाना आजाद लाइब्रेरी में लगी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर का कई वर्ष से विरोध होता रहा है। इसे हटवाने के लिए हिंदू संगठन कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं।
सांसद सतीश गौतम ने वीसी को पत्र तक लिखा था। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता तो तस्वीर हटाने के लिए एएमयू के मुख्य गेट तक पहुंच गए थे। तब जमकर बवाल हुआ था। सीएम के भाषण के बाद तस्वीर का मुद्दा सांसद ने उठा दिया है। उनका कहना है कि तस्वीर हटाई जानी चाहिए। जबकि छात्र नेताओं का कहना है कि देश के कई ऐतिहासिक भवनों जिन्ना की तस्वीर है।
यह मामला ऐसे समय फिर चर्चा में आया है, जब खैर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तैयारी में राजनीतिक दल जुटे हैं। जाट लैंड से पहचानी जाने वाली इस सीट पर भाजपा फिर जीत चाहती है। भाजपा विधायक अनूप प्रधान के हाथरस का सांसद बनने के चलते यह सीट खाली हुई है। बुधवार को सीएम का दौरा इसी क्षेत्र में था।
सीएम ने कहा था, विपक्ष बांटने वाला काम कर रहा
अपने संबोधन के दौरान सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि ये समाज को बांटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने जैसे ही जिन्ना का नाम लिया तो पूरा पांडाल तालियों से गूंज उठा। सीएम बोले, सपा-कांग्रेस में जिन्ना की आत्मा घुस गई है। इस पर शोर और बढ़ गया। सभा के बाद जिन्ना की तस्वीर को लेकर चर्चाएं होने लगीं हहैं पुलिस ने टाला था टकराव
एएमयू में लगी जिन्ना की तस्वीर को हटवाने के लिए 2018 में बवाल हुआ था। मई के पहले सप्ताह में एएमयू छात्र संघ द्वारा पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को आजीवन सदस्यता दी जानी थी। इससे पहले हिंदू संगठन के कार्यकर्ता और एएमयू छात्रों के बीच जिन्ना की तस्वीर लेकर बयान बाजी हो रही थी।
कार्यकर्ताओं ने एलान किया था कि जिन्ना की तस्वीर नहीं हटी तो वो हटाने जाएंगे। इसी एलान के साथ हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता यूनिवर्सिटी के बाबे सैयद तक पहुंच गए। गेट पर एएमयू छात्र और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई थी। उस समय पूर्व उपराष्ट्रपति गेस्ट हाउस नंबर एक में मौजूद थे। कई दिन तक तनाव रहा था। पुलिस ने किसी तरह टकराव को टाला था।
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