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मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक किसान को 7.44 कैरेट का हीरा मिला है जो केवल तीन महीनों में उसकी दूसरी ऐसी खोज है। किसान का नाम दिलीप मिस्त्री बताया जा रहा है किसान दिलीप मिस्त्री को उनकी सालों की मेहनत का फल मिला है। साथ ही उनको अपने ही खेत में 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला है।

मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक किसान को 7.44 कैरेट का हीरा मिला है, जो केवल तीन महीनों में उसकी दूसरी ऐसी खोज है। किसान का नाम दिलीप मिस्त्री बताया जा रहा है, किसान दिलीप मिस्त्री को उनकी सालों की मेहनत का फल मिला है। उनको अपने ही खेत में 7 कैरेट 44 सेंट का हीरा मिला है।

इसकी अनुमानित कीमत 20 लाख रुपये बताई जा रही है। यह खोज मिस्त्री की तरफ से अगस्त में 16.10 कैरेट के हीरे की पिछली खोज के बाद हुई है। हीरा कार्यालय के एक अधिकारी अनुपम सिंह ने पुष्टि की कि दोनों हीरों को एक साथ नीलामी के लिए रखा जाएगा। कार्यालय में फिलहाल लगभग 228 कैरेट के 79 हीरों का संग्रह है, जिसका मूल्य लगभग 3.53 करोड़ रुपये है।

लॉकडाउन में शुरू किया था हीरे का खनन

दिलीप मिस्त्री ने कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान अपने सहयोगियों के साथ हीरे का खनन शुरू किया था। लॉकडाउन के समय उन्होंने हीरा कार्यालय से अपने निजी खेत का पट्टा बनवाकर खदान लगाई थी। उन्होंने हीरे की इस खोज पर खुशी व्यक्त की और अनुभव को "अवर्णनीय" बताया। उन्होंने इन हीरों से होने वाली कमाई को लेकर भी अपनी योजनाएं साझा की हैं।

हीरे को पारखी की तरफ से परख कर शासन के खजाने में भेज दिया गया है। किसान दिलीप मिस्त्री बताते हैं कि वह और उसके साथी पेशे से किसान हैं।

रूआपुर के खेतों की जमीन उगल रही हीरे

किसान दिलीप मिस्त्री की तरफ से हीरा कार्यालय में जब इस हीरे को जमा किया गया, तो इस बात की चर्चा होने लगी कि जिस जमीन पर कभी किसान सब्जी उगाकर अपना जीवन यापन करते थे। आज वह जरूआपुर की जमीन हीरे उगल रही है।

हाल ही में जरूआपुर से बड़े और बेशकीमती हीरे पन्ना कार्यालय में जमा हुए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार जरूआपुर के किसान अब सब्जी उगाने का कार्य छोड़ हीरे निकालने का काम कर रहे हैं। इसमें उन्हें सफलता भी प्राप्त हो रही है। अब जरूआपुर में किसान हीरे की 'खेती' कर रहे हैं।

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