मोहम्मद शमी ने मध्यप्रदेश और बंगाल के बीच जारी रणजी ट्रॉफी मैच के दूसरे दिन धारदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट चटकाए। इसी के साथ शमी ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में अपनी वापसी की उम्मीदों को जिंदा रखा है। शमी मैच के पहले दिन काफी परेशान नजर आए थे और उन्होंने 10 ओवर गेंदबाजी जरूर की लेकिन विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए थे।
मोहम्मद शमी ने बंगाल और मध्यप्रदेश के बीच जारी रणजी ट्रॉफी मैच के दूसरे दिन अपनी लय हासिल की। शमी ने धारदार गेंदबाजी करते हुए चार विकेट चटकाए। करीब एक साल बाद क्रिकेट मैदान पर लौटने वाले शमी का जादू पहले दिन नहीं चला था।
शमी ने मैच के पहले दिन 10 ओवर गेंदबाजी की, लेकिन कोई विकेट नहीं चटकाए सके थे। हालांकि, दूसरे दिन शमी ने मध्यप्रदेश के बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस करके रख दिया। याद दिला दें कि बंगाल की पहली पारी 228 रन के जवाब में मध्यप्रदेश ने स्टंप्स तक 1 विकेट खोकर 103 रन बनाए थे।
दूसरे दिन मध्यप्रदेश ने अपनी पारी आगे बढ़ाई, लेकिन शमी की घातक गेंदबाजी के सामने उसके बल्लेबाजों ने घुटने टेक दिए और पूरी टीम 167 रन पर ऑलआउट हो गई। शमी ने मध्यप्रदेश के शुभम शर्मा, सारांश जैन, कुमार कार्तिकेय और कुलवंत खेजरोलिया को अपना शिकार बनाया। शमी ने 19 ओवर में 54 रन देकर चार विकेट झटके।
शमी ने जिंदा रखी उम्मीदें
इस प्रदर्शन के दम पर मोहम्मद शमी ने भारतीय टीम में अपनी वापसी की उम्मीदों को जीवित रखा है। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से पर्थ में पांच मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट खेला जाएगा। पता हो कि शमी ने 2018-19 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के लिए अहम भूमिका निभाई थी।
शमी की वापसी कैसे होगी
याद दिला दें कि शमी का ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर प्रदर्शन शानदार रहा है। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने 8 मैचों में 31 विकेट झटके हैं। हालांकि, चोट की चिंता को देखते हुए शमी को आगामी सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह नहीं मिली। मगर शमी की भारतीय टीम में वापसी हो सकती है। अगर कोई खिलाड़ी चोटिल हुआ तो ऐसे में शमी को कवर के रूप में शामिल किया जा सकता है।
देखना दिलचस्प होगा कि शमी की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम पर्थ टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर किस तरह हावी होगी। भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई जसप्रीत बुमराह करेंगे।
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