NIA एनआईए ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। एजेंसी ने देशभर के पांच राज्यों के 26 जगहों पर संगठन और उसके लोगों से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान एनआईए ने कई संदिग्धों को भी हिरासत में लिया है। एनआईए के मुताबिक जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े ये लोग युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में जुटे थे
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए एनआईए ने शनिवार को एक साथ पांच राज्यों में छापेमारी की। जांच एजेंसी ने राजधानी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और असम में 26 स्थानों पर छापेमारी के दौरान शेख सुल्तान सलाह उद्दीन अयूबी उर्फ अयूबी नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और कई अन्य संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पर्चे और पत्रिकाएं जब्त की गई हैं। एनआईए के मुताबिक, जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े ये लोग युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में जुटे थे और इसके लिए भर्ती अभियान चला रहे थे। एनआईए की एक टीम ने दिल्ली के मुस्तफाबाद में एक मदरसे में छापेमारी की और वहां से असद नाम के संदिग्ध को हिरासत में लिया है।
मेरठ और सहारनपुर में भी कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में एनआईए और एटीएस ने संयुक्त कार्रवाई कर मेरठ और सहारनपुर से जैश से जुड़े दो लोगों को उठाया है। सुबह सात बजे एनआईए की टीम ने मेरठ के सरूरपुर थाना क्षेत्र से 22 वर्षीय महकार से सघन पूछताछ की। महकार मस्जिद में सफाई का काम करता है। टीम महकार को अपने साथ ले गई। इसके बाद सेना और पुलिस इंटेलीजेंस ने गांव के दो अन्य युवकों से भी पूछताछ की।
आरोप है कि महकार इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ऑनलाइन ग्रुप बनाकर जैश को देश विरोधी जानकारी दे रहा था, जबकि उसके स्वजन का कहना है कि उसका इंस्टाग्राम अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है। एनआईए टीम यूपी एटीएस के साथ शुक्रवार रात करीब 3:30 बजे देवबंद पहुंची। यहां से कटिहार (बिहार) के नदीम को उठाया।
बेटी और पत्नी से भी की पूछताछ
उसकी बेटी और पत्नी को भी टीम अपने साथ ले गई, लेकिन देवबंद के एटीएस सेंटर पर पूछताछ कर उन्हें छोड़ दिया। जबकि नदीम को टीम अपने साथ ले गई। नदीम देवबंद में किताबों की एक दुकान पर कंप्यूटर ऑपरेटर है। उसने कस्बे के ही एक मदरसे से पढ़ाई की थी। आरोप है कि नदीम आतंकी संगठन के लिए धन मुहैया कराता था।
पढ़ाई के लिए छह वर्ष पूर्व सहारनपुर चला गया था नदीम
कटिहार संवाददाता के अनुसार, कमरा टोला गांव निवासी नदीम बेहद गरीब परिवार से है। छह वर्ष पूर्व मदरसा में शिक्षा के लिए वह सहारनपुर चला गया था। दो वर्ष पूर्व वह अपने घर आया था, यहां उसने शादी की और पत्नी को लेकर सहारनपुर चला गया। वर्तमान में पैतृक घर पर उसकी 72 वर्षीय मां गुलाबजान रहती है, जो बीमार है। नदीम के पिता शमशुल का पांच वर्ष पूर्व इंतकाल हो चुका है। वह मजदूरी करते थे। नदीम के दो भाई अपने परिवार के साथ मुंबई में रहते हैं।
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