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हरियाणा में विधानसभा चुनाव के अंतिम दिन सभी राजनीतिक दलों ने प्रचार किया। आज कैंपनिंग का आखिरी दिन था। अब कोई भी राजनीतिक दल या प्रत्याशी रैली जनसभा रोड शो और बैठकें नहीं कर सकते हैं। हालांकि व्यक्तिगत रूप से डोर-टू-डोर जाकर मतदाताओं से मिलने की मंजूरी है। वोटिंग शनिवार को सुबह सात से शाम छह बजे तक होगी। 

चंडीगढ़। विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार वीरवार को शाम छह बजे थम गया है। अब राजनीतिक दल या प्रत्याशी रैली, जनसभा, रोड शो और बैठकें नहीं कर सकेंगे। लाउड स्पीकर का भी इस्तेमाल नहीं होगा। हालांकि व्यक्तिगत रूप से डोर-टू-डोर जाकर मतदाताओं से मिलने की छूट होगी। राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों और दूसरे राज्यों के कार्यकर्ताओं को भी प्रदेश से बाहर जाना होगा।

शनिवार सुबह सात से शाम छह बजे तक मतदान होगा। सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों में चार और पांच अक्टूबर को अवकाश घोषित कर दिया गया है।

मतदान प्रक्रिया से जुड़े सभी कर्मचारी शुक्रवार को दोपहर बाद अपने-अपने बूथों पर पहुंच जाएंगे। दूसरी ओर चुनाव महासमर में अब सीटों पर प्रचार में प्रत्याशियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। अधिकतर विधानसभा क्षेत्रों में कांटे के मुकाबले हैं, जहां अंतिम क्षणों में बाजी पलट सकती है।

चुनाव प्रचार में जुटे राजनेता

चुनावी माहौल को अपने पक्ष में बनाने के लिए बुधवार को सभी दलों के स्टार प्रचारकों ने धुआंधार जनसभाएं और रैलियां करते हुए पूरी ताकत लगा दी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यमुनानगर के सढौरा और कुरुक्षेत्र के लाडवा, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फरीदाबाद के एनआइटी व तिगांव में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभाएं की।

मुख्यमंत्री नायब सैनी ने लाडवा में रोड शो किया। इसी तरह कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने भिवानी के बवानीखेड़ा, जींद के जुलाना और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बाढ़डा व हांसी में जनसभाएं की।

इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने ऐलनाबाद में बेटे अभय सिंह चौटाला के लिए जनसभाएं की। जजपा संरक्षक डा. अजय चौटाला और पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने गुहला, उचाना कलां, नलवा और डबवाली में रैलियां की। दुष्यंत चौटाला ने जजपा की सहयोगी पार्टी आजाद समाज पार्टी के सुप्रीमो और सांसद चंद्रशेखर आजाद रावण के साथ सिरसा में रोड शो कर ताकत दिखाई।

चुनाव को लेकर EC ने अपनाएं सख्त तेवर

वहीं चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने के प्रयासों पर चुनाव आयाेग सख्त हो गया है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल वीडियो-ऑडियो पर संज्ञान लेते हुए जांच शुरू की है।

प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने कहा कि मतदाताओं को लालच देकर प्रभावित करने पर एक साल कैद या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। मतदान में व्यवधान उत्पन्न करने पर तीन माह की जेल, हथियार लेकर जाने पर दो साल कैद की सजा का प्रविधान है।

इसके अलावा ईवीएम से छेड़छाड़ पर एक साल की कैद, ईवीएम पर लगे आधिकारिक चिह्न को नष्ट करने पर दो साल तक की सजा का प्रविधान है। वहीं मतदान केंद्र में चुनाव अधिकारी पर हमले या मारपीट में 10 साल तक की जेल और जुर्माना हो सकता है।

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