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Independence Day: दिल्ली की सीमाएं सील, जमीन से आसमान तक कड़ा पहरा; लाल किला के आसपास परिंदा भी न भटकेगा

 स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किला की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे। समारोह में वीवीआईपी का आवागमन होगा। इसको देखते हुए लाल किला परिसर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। दहशतगर्दों के किसी भी तरह के नापाक मंसूबे को ध्वस्त करने के लिए पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार है।

नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। रक्षा व गृह मंत्रालय की निगरानी में सेना, अर्द्ध सैनिक बलों व केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर दिल्ली पुलिस सुरक्षा तैयारी में दो माह से जुटी हुई थीं। राजधानी में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई हैं।

दहशतगर्दों के किसी भी तरह के नापाक मंसूबे को ध्वस्त करने के लिए पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह से तैयार है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर हर तरह की सर्तकर्ता बरती जा रही है। सात लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री आवास से लेकर लाल किले तक सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं, ताकि कोई परिंदा भी पर न मार सके।

रूटों पर पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती

लालकिला के चारों तरफ व प्रधानमंत्री समेत सभी वीवीआईपी मेहमानों के आने जाने वाले रूटों पर जगह-जगह पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती की गई हैं। हवाई हमले से निपटने के लिए वायु सेना के जवानों को अलर्ट कर दिया गया है। जमीन से आसमान तक कड़ा पहरा दिया जा रहा है। बुधवार रात ही राजधानी को सुरक्षाकर्मियों ने अपने हवाले ले लिया।

बॉर्डर इलाके किए गए सील

बुधवार देर रात 12 बजे दिल्ली की सभी सीमाएं सील कर दी गईं। दिल्ली की सीमाओं में व्यवसायिक वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई। केवल निजी वाहनों को ही सघन तलाशी के बाद दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत दी गई।

सुरक्षा में किस-किसकी तैनाती

दोनों विशेष आयुक्त कानून एवं व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव व मधुप तिवारी ने अपने-अपने जोन में कई जगहों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सुरक्षा व्यवस्था में सेना के अलावा बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, एसएसबी, एनएसजी, एसपीजी व एयरफोर्स को भी लगाया गया है।

लाल किला के आसपास कैसी है सुरक्षा

आसमान से कोई लालकिला व उसके आसपास ड्रोन, बैलून, पारा ग्लाइडर व अन्य तरीके से हमला न कर दें, इसके लिए लालकिला, आइएसबीटी, गीता कॉलोनी फ्लाई ओवर, सिविक सेंटर (निगम मुख्यालय) आदि 400 से अधिक ऊंची इमारतों की छतों पर एंट्री एयरक्राफ्ट व एयर डिफेंस गन लगाए गए हैं। उक्त हथियारों के जरिए हवाई हमले को तुरंत रोका जा सकेगा

सेना के हेलीकॉप्टर ने सुरक्षा का लिया जायजा

सेना के हेलीकाप्टर से भी कई दिन लाल किले के आसपास सुरक्षा का जायजा लिया गया। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सभी 15 जिले की पुलिस को पूरी तरह अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। बृहस्पतिवार तड़के तीन बजे से ही दिल्ली पुलिस के सभी आला अधिकारी अपने-अपने इलाके में गश्त करने शुरू कर देंगे।

और किस तरह की है सुरक्षा

प्रमुख आयोजन स्थल लाल किला सहित आसपास के इलाके मध्य दिल्ली व नई दिल्ली में भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। लालकिला के आसपास की सभी ऊंची इमारतों पर कई दिन पहले सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए थे। वे तेज क्षमता वाली दूरबीन से ऊंचाईयों से हर शख्स पर नजर रख रहे हैं। स्पेशल सेल की सर्विलांस टीम को पूरी तरह अलर्ट कर दिया गया है। स्पेशल सेल की टीमें इंटरसेप्शन के जरिए देश के बाहर और खासतौर पर पाकिस्तान व अफगानिस्तान से आने वाली हर कॉल पर नजर रख रही हैं।

घरों में रहने की हिदायत

लाल किला के 10 किलो मीटर की परिधि में जगह-जगह मचान व मोर्चा बनाए गए हैं, जहां एलएमजी व एमपी 5 जैसे आधुनिक हथियारों से लैस अर्द्ध सैनिक बलों के जवान पूरी तरह अलर्ट हैं। लाल किला के सामने स्थित सभी मकानों में रहने वाले लोगों को सख्त हिदायत दी गई है कि वे अपने-अपने घरों के दरवाजे व खिड़कियां कार्यक्रम खत्म होने तक बंद रखें।

सभी जिले के पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से कहा गया है कि वे लगातार सड़कों पर गश्त करते रहें और हर शख्स पर नजर रखें। समारोह स्थल व वीवीआइपी के आने जाने वाले सभी रूटों पर जगह-जगह उच्च क्षमता वाले कई हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कैमरे को मानीटर करने के लिए कई कंट्रोल रूम बनाए गए हैं।

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