Amarnath Yatra का 12 साल का टूटा रिकॉर्ड, दर्शन करने वाले भक्तों का आंकड़ा पांच लाख के पार
अमरनाथ यात्रा में इस साल बाबा बर्फानी के भक्तों में दर्शन के लिए गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। 29 जून से अमरनाथ यात्रा 19 अगस्त तक चलेगी। इस वर्ष अमरनाथ यात्रा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पिछले 12 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। अब तक 5.10 लाख से अधिक भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं।
जम्मू। अमरनाथ धाम की यात्रा के लिए इस बार श्रद्धालुओं का चरम पर है। तीर्थयात्रा शुरू होने के पहले दिन से ही श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए आतुर दिखे। अभी यात्रा पूरी होने के आठ दिन शेष हैं, लेकिन दर्शनार्थियों की संख्या ने पिछले 12 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
29 जून से शुरू हुई थी यात्रा
29 जून से शुरू हुई तीर्थयात्रा में अब तक 5.10 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र गुफा के दर्शन कर चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2011 की पूरी तीर्थ यात्रा में 6.34 लाख और 2012 में 6.22 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे।
इस बार यात्रा 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा को रक्षाबंधन के दिन संपन्न होगी। रविवार को 1244 श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा के दर्शन किए। इनमें 613 पुरुष, 243 महिलाएं, 8 बच्चे, 25 साधु और 355 अन्य लोग शामिल थे।
दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 5 लाख पार
अब तक दर्शन करने वालों की संख्या 5,11,813 पहुंच गई है। हालांकि, रविवार को जम्मू यात्री निवास से श्रद्धालुओं का रवाना नहीं हुआ। इस वर्ष अनुच्छेद 370 की समाप्ति के पांच वर्ष पूरे होने पर पांच अगस्त को सुरक्षा के मद्देनजर यात्रा के जत्थे को रवाना नहीं किया गया था, बाकी पूरी अवधि के दौरान यात्रा सुचारु रही।
वर्षा के कारण मात्र एक बार पहलगाम व बालटाल मार्ग से यात्रा को स्थगित किया गया था। पिछले वर्ष जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन के कारण यात्रा को चार बार स्थगित किया गया था।
इस बार जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन जिले के चंद्रकोट में बनाए गए यात्री निवास में श्रद्धालुओं को ठहराने की जरूरत महसूस नहीं हुई। यह सब इसलिए संभव हो पाया क्योंकि मौसम की मेहरबानी बनी रही
यात्रा मार्गों पर लगाए गए थे 125 लंगर
यात्रा के दोनों मार्गों पर 125 लंगर लगाए गए थे, जिससे श्रद्धालुओं को किसी किस्म की परेशानी नहीं आई। फिलहाल, 80 से अधिक लंगर लौट गए हैं। जम्मू के यात्री निवास, चंद्रकोट यात्री निवास, श्रीनगर के पंथा चौक में अस्थायी शिविर में श्रद्धालुओं के ठहराने, चिकित्सा सुविधा के पर्याप्त प्रबंध किए गए।
रविवार को जम्मू से नहीं भेजा गया
श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड, संबंधित जिला प्रशासन, संबंधित विभागों, दो नोडल अधिकारियों की नियुक्ति, 70 से अधिक कैंप निदेशक व अतिरिक्त कैंप निदेशकों की जिम्मेदारी से यात्रा सफलता के नए आयाम को छू रही है।
हालांकि, श्रद्धालुओं की संख्या में आ रही कमी से रविवार को जम्मू से जत्थे को रवाना नहीं किया, लेकिन श्रीनगर से कुछ श्रद्धालु बालटाल के लिए रवाना हुए हैं। अब बालटाल मार्ग से यात्रा रवाना हो रही है। पहलगाम मार्ग को मरम्मत कार्यों से बंद किया गया है।
छड़ी मुबारक के दर्शन
इस बीच दशनामी अखाड़ा से 14 अगस्त को छड़ी मुबारक पवित्र गुफा के लिए रवाना होगी। इस समय छड़ी मुबारक को श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा गया है।
पिछले 12 वर्ष के यात्रा के आंकड़े
वर्ष इतनों ने किए दर्शन
2011 6.34 लाख
2012 6.22 लाख
2013 3.53 लाख
2014 3.73 लाख
2015 3.52 लाख
2016 2.20 लाख
2017 2.60 लाख
2018 2.85 लाख
2019 3.42 लाख
2020 कोरोना के कारण यात्रा नहीं हुई
2021 कोरोना के कारण यात्रा नहीं हुई
2022 3.04 लाख
2023 4.50 लाख
2024 5.10 लाख से अधिक अभी तक
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