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बिहार के सीमांचल व कोसी का कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव शनिवार को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उसपर विभिन्न थानों में हत्या डकैती लूट रंगदारी आर्म्स एक्ट और पुलिस पर हमला करने जैसे 20 से अधिक केस दर्ज हैं। इसके अलावा रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से भी प्रमोद यादव का संबंध था। पुलिस के अनुसार वह उसके गुर्गों को पनाह देता था।

Image removed.सीमांचल व कोसी का कुख्यात अपराधी प्रमोद यादव पुलिस मुठभेड़ में ढेर। 

 पटना। सीमांचल और कोसी इलाके का कुख्यात और तीन लाख का इनामी अपराधी प्रमोद यादव शनिवार को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। उसपर पूर्णिया, कटिहार एवं मधेपुरा जिले के विभिन्न थानों में हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट और पुलिस पर हमला करने जैसे 20 से अधिक कांड दर्ज हैं।

इसके साथ ही रांची के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू से भी प्रमोद यादव का संबंध था। पुलिस के अनुसार, वह उसके गुर्गों को पनाह देता था।

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प्रमोद मधेपुरा के बिहारीगंह थाना क्षेत्र के हथिऔंधा सिंदुरिया टोला का रहने वाला था। गुप्त सूचना के आधार पर बिहार एसटीएफ और मधेपुरा पुलिस की संयुक्त टीम कुख्यात प्रमोद यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने पहुंची थी।

पुलिस को देखते ही प्रमोद यादव और उसके गैंग ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें गिरोह का सरगना प्रमोद यादव मारा गया।

घटनास्थल से पुलिस ने नौ एमएम की एक कार्रबाइन, 7.65 एमएम की एक पिस्टल, 0.315 एमएम की एक पिस्टल और 35 कारतूस बरामद किए हैं। मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर वरीय पुलिस पदाधिकारी और एफएसएल की टीम पहुंचकर जांच कर रही है

फर्जी पुलिस बनकर की थी हत्या

पुलिस के अनुसार, प्रमोद यादव वर्ष 2006 से लगातार आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा था। वर्ष 2020 के जनवरी माह में पूर्णिया जिले के धमदाहा थाना अंतर्गत उसने अपने गैंग के साथ पुलिस टीम पर

जानलेवा हमला किया था। जून, 2020 में जमीन पर अवैध कब्जा को लेकर वह फर्जी पुलिस बनकर आया और अपने गांव हथिऔंधा के ही इन्द्रदेव की गोली मारकर हत्या कर दी।

वर्ष 2021 में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर पूर्णिया जिले के बड़हारा थाना क्षेत्र के मोजपट्टी गांव के अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा भी कई आपराधिक कांड उसपर दर्ज हैं।