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आगरा के अछनेरा से कैला देवी मंदिर दर्शन के लिए गए दंपती विकास सिसोदिया और दीक्षा की करौली में गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि विकास की मां ललिता और मामा रामबरण ने बेटे-बहू के अन्य से संबंध होने के शक में हत्या की साजिश रची थी। दोनों और एक कर्मचारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

आगरा। कैला देवी मंदिर दर्शन के लिए गए अछनेरा के दंपती की करौली में गोली मारकर मारकर हत्या कर दी गई थी। बुधवार सुबह मासलपुर थाना क्षेत्र में विकास सिसोदिया उनकी पत्नी दीक्षा के शव कार में मिले थे। करौली पुलिस ने गुरुवार को सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया। 

बेटे-बहू के संबंध अन्य से होने के शक में मां और मामा ने हत्या की साजिश रची थी। मामा ने कर्मचारी के साथ मिलकर दंपती की हत्या की थी। करौली पुलिस ने मां, मामा और कर्मचारी तीनों को गिरफ्तार करके गुरुवार को जेल भेज दिया।

यह है पूरा मामला

गांव सांथा अछनेरा के 21 वर्ष विकास सिसोदिया उनकी पत्नी दीक्षा 29 अक्टूबर की दोपहर घर से वायरल की दवा लेने कुकथला जाने की कहकर निकले थे। विकास को कार चलाना नहीं आता था। वह अपने मामा रामबरण के कर्मचारी कौलारी, धौलपुर के चमन खान को लेकर गया था। 

शाम तक नहीं लौटने पर पिता जितेंद्र राजपूत ने बेटे-बहू से संपर्क करने का प्रयास किया, दोनों ने कॉल रिसीव नहीं की। अगले दिन बुधवार सुबह भोजपुर-गढ़ी बाजना रोड पर कार में विकास और दीक्षा के शव मिले।

शवों की पहचान के बाद पुलिस ने कैला देवी मंदिर के फुटेज चेक किए तो उसमें दंपती के साथ चमन खान के फुटेज थे। पुलिस ने चमन खान को हिरासत में लेकर पूछताछ की, उसने सच उगल दिया, जिसके आधार पर पुलिस ने कोलारी के रहने वाले विकास के मामा रामबरण और गांव सांथा से मां ललिता उर्फ लालो को गिरफ्तार कर लिया।  

बेइज्जती से बचने के लिए रची साजिश

एसपी करौली ब्रजेश ज्योति उपाध्याय के अनुसार, पूछताछ में मां ललिता ने बताया कि बेटे-बहू के अन्य लोगों से संबंध थे। दोनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं माने। ललिता ने बताया कि समाज में परिवार की बेइज्जती होने से बचने के लिए अपने भाई रामबरण के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 

वह दो महीने से हत्या की साजिश रच रहे थे, जिसमें विकास उनकी पत्नी दीक्षा को सड़क दुर्घटना या पानी में डुबोकर मारने की योजना बनाई। इसके तहत एक महीने पहले पुरानी कार और पिस्टल खरीदी। 

एक महीने से ढूंढ़ रहे थे सुनसान इलाका

कार को कहां दुर्घटनाग्रस्त कराने के लिए एक महीने तक चमन खान ने गढी बाजना-मांसलपुर मार्ग पर कई सुनसान इलाकों को चिह्नित कर मोबाइल से वीडियो बनाकर रामबरण को भेजा। रामबरण ने चमन खान को कार लेकर छह दिन पहले बहन ललिता के घर भेजा

एसपी करौली ब्रजेश ज्योति उपाध्याय के अनुसार, रामबरण ने चमन खान को विकास और दीक्षा को कैलादेवी घुमाने के बहाने 29 अक्टूबर को करौली लेकर आने को कहा। चमन खान को कार दुर्घटना कराने के लिए सही जगह नहीं मिली। याेजना के तहत विकास और दीक्षा को घुमाने के बहाने रात तक रोक लिया था।

रात आठ बजे घर लौटते समय साजिश के तहत चमन ने कार को मांसलपुर पर रोक लिया। वहां पर रामबरण भी दूसरी कार से पहुंच गया। दोनों ने देर रात विकास और दीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी। एसपी करौली के अनुसार, आरोपियों को जेल भेजा गया है। उनसे हत्या में प्रयुक्त तमंचा बरामद किया है।

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