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बस में किशोरी से ड्राइवर-कंडक्टर समेत पांच ने किया था सामूहिक दुष्कर्म, सुरक्षा गार्ड की सक्रियता से खुला मामला

आइएसबीटी परिसर में खड़ी बस में पांच लोगों ने एक 16 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पांचो को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने बताया कि किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक न होने का फायदा उठाकर आरोपित ने उसके साथ बस में ही दुष्कर्म किया। इसके बाद इसी बस के परिचालक देवेंद्र निवासी चुड़ियाला भगवानपुर हरिद्वार ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।

 देहरादून। देहरादून स्थित इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आइएसबीटी) परिसर में खड़ी उत्तराखंड परिवहन की बस में 16 वर्षीय किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म मामले में तीन चालक, एक परिचालक और एक कैशियर शामिल थे। पुलिस ने रविवार को पांचों को गिरफ्तार कर लिया है।

आरोपितों ने 12 अगस्त की देर रात किशोरी को अकेला पाकर बस में सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद वे किशोरी को पटियाला की बस में बैठाने की फिराक में थे। लेकिन आइएसबीटी में मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) की ओर से तैनात सुरक्षाकर्मी की मुस्तैदी, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की सूझबूझ और सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों के मंसूबे सफल नहीं हो पाए।

पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के कुछ ही घंटों के भीतर आरोपितों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। जिस बस में सामूहिक दुष्कर्म हुआ, पुलिस ने उसे सीज कर दिया है।

मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही युवती

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मूल रूप से मुरादाबाद की रहने वाली किशोरी की पटियाला में रिश्तेदार रहती हैं। किशोरी मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही है, जिस कारण वह पटियाला की बजाय दिल्ली की बस में बैठ गई। यहां से किशोरी दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे पर उत्तराखंड परिवहन निगम देहरादून डिपो (ग्रामीण) की बस संख्या यूके-07पीए-5299 में सवार हो गई।

किशोरी की मानसिक स्थिति को भांपते हुए बस चालक धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार की नीयत खराब हो गई। उसने किशोरी से कहा कि वह देहरादून से उसे पटियाला की बस में बैठा देगा। रात करीब ढाई बजे बस देहरादून आइएसबीटी पहुंची।

किशोरी से पांच लोगों ने किया था दुष्कर्म

एसएसपी ने बताया कि किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक न होने का फायदा उठाकर आरोपित ने उसके साथ बस में ही दुष्कर्म किया। इसके बाद इसी बस के परिचालक देवेंद्र निवासी चुड़ियाला, भगवानपुर, हरिद्वार ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।

इसकी भनक जब दूसरी बस के चालक रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद व राजपाल निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार को लगी तो वह भी बस में चढ़ा और दोनों ने किशोरी को हवस का शिकार बनाया। आरोपित बस परिचालक देवेंद्र कैश काउंटर पर कैश जमा करने गया तो वहां उसे परिवहन निगम का कैशियर राजेश कुमार निवासी माजरा, पटेलनगर मिला। देवेंद्र ने उसे भी बस में भेजा और राजेश ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।

सुरक्षा गार्ड ने आधी रात के बाद किशोरी को देखा तो ठनका माथा

12 अगस्त की देर रात सुरक्षा गार्ड ने जब किशोरी को प्लेटफार्म नंबर 12 में किसी से बात करते देखा तो उनका माथा ठनका। वह किशोरी को तत्काल सीडब्ल्यूसी के बूथ पर लेकर पहुंचा। सीडब्ल्यूसी के स्टाफ ने किशोरी के बारे में पुलिस चौकी में सूचना दी और उसे बाल कल्याण गृह ले गए। साथ ही उसका सामान्य मेडिकल कराया गया। यहां चार दिन किशोरी की काउंसलिंग की गई।

किशोरी की मानसिक दशा ठीक न होने पर काउंसलिंग में काफी कठिनाई हुई। कई दौर की काउंसलिंग के बाद किशोरी ने आपबीती सुनाई। तब स्पष्ट हो पाया कि उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। शनिवार को सीडब्ल्यूसी ने इसकी रिपोर्ट पटेलनगर कोतवाली पुलिस को दी।

पांचों आरोपितों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

मामला जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी को दिशा-निर्देश जारी किए। रविवार को एसएसआइ मनमोहन नेगी व चौकी प्रभारी आइएसबीटी देवेश खुगशाल ने टीम के साथ पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। जिस बस में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म हुआ, पुलिस ने उसे सीज कर दिया है। सोमवार को सभी आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।

विशेष श्रेणी परिचालक बर्खास्त और नियमित परिचालक निलंबित

परिवहन निगम ने आरोपित विशेष श्रेणी परिचालक देवेंद्र और चालक राजपाल को बर्खास्त कर दिया है, जबकि नियमित परिचालक राजेश सोनकर को निलंबित किया गया है। अनुबंधित बस चालक धर्मेंद्र और चालक रवि को निगम में काम करने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया है।

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