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Punjab News: बड़े ड्रग तस्करों को डिब्रूगढ़ जेल भेज रही NCB, चार दिन में तीन कुख्यातों को भेजा असम

पंजाब में नशा तस्करी के खिलाफ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और पंजाब पुलिस एक्शन मोड में है। पंजाब के बड़े नशा तस्करों को राज्य से बहुत दूर अमस के डिब्रूगढ़ जेल में भेजा जा रहा है। कई नशा तस्कर पंजाब के जेलों में रहते हुए ड्रग की तस्करी करते थे। एनसीबी और पंजाब पुलिस मिलकर ड्रग नेक्सस तोड़ने में जुटीं हैं।

चंडीगढ़। ‘आंखों से दूर तो मन से दूर’.... इस कहावत का एक अर्थ यह है कि यदि बुराई देखोगे नहीं तो बुरा सोचोगे भी नहीं, इस मनोवैज्ञानिक फंडे का उपयोग अब पंजाब में ड्रग नेक्सस तोड़ने के लिए किया जा रहा है।

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर इस दिशा में एक बड़ी प्लानिंग की है। निर्णय लिया गया है कि बड़े ड्रग तस्करों को अब पंजाब की जेलों में नहीं रखा जाएगा।

इन ड्रग तस्करों को पंजाब से बाहर अन्य राज्यों की जेलों में शिफ्ट किया जाएगा। इस योजना को लागू करते हुए गत चार दिन में तीन बड़े ड्रग तस्करों को असम की डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।

अक्षय छाबड़ा और जसपाल सिंह भेजा गया डिब्रुगढ़ जेल

शनिवार को पंजाब के कुख्यात ड्रग माफिया अक्षय छाबड़ा व जसपाल सिंह उर्फ गोल्डी को ड्रग तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया तथा तत्काल ही दोनों को डिब्रूगढ़ जेल भेज गया। दोनों पर जेल से ड्रग्स गतिविधियां चलाने और ड्रग तस्करी का आरोप है।

एनसीबी ने छाबड़ा पर तीन अतिरिक्त एफआईआर व गोल्डी पर एक अतिरिक्त मामला दर्ज किया है। बीते मंगलवार से पुलिस ने राज्य में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस की धारा 3 (पीआइटीएनडीपीएस) के तहत मामले दर्ज करने शुरू किए हैं।

इस मामले में पुलिस ने पहले सबसे पहले कुख्या

 

NCB और पंजाब पुलिस ने तस्करों का तैयार किया है डेटा

सूत्रों के अनुसार एनसीबी व पंजाब पुलिस ने एक डाटाकुख्य र किया है जिसमें उन तस्करों की सूची बनाई गई है जिन पर ड्रग्स तस्करी के कई मामले दर्ज हैं। पंजाब की जेलों में बंद ये ड्रग्स तस्कर जेल के अंदर से ही अपना नेक्सस चला रहे हैं। कुछ पैरोल या जमानत पर बाहर आकर भी नशे की तस्करी कर रहे हैं।

अधिकारियों के अनुसार जेलों व सीमापार से होने वाली नशे की तस्करी का नेटवर्क तोड़ने के लिए इन तस्करों को ऐसे स्थानों पर भेजने की व्यवस्था की गई है जिससे ये तस्कर न तो अपने आकाओं से और न ही अपने गुर्गों से कोई संपर्क न साध पाएं और कुछ नहीं कर पाएं।

एनसीबी के आंकड़ों के अनुसार 2023 में पंजाब में नशे से सबसे अधिक 144 मौतें दर्ज की गईं। 2022 में तस्करी के लिए ड्रग्स रखने से संबंधित मामलों में पंजाब सबसे आगे था। जांच में यह बात भी सामने आई कि राज्य में एनडीपीएस अधिनियम में दर्ज मामलों में से कम से कम 10 प्रतिशत मामले महिलाओं के खिलाफ हैं।

1 अप्रैल 2022 से 28 फरवरी 2023 के बीच पंजाब पुलिस द्वारा एनडीपीएस अधिनियम के तहत दर्ज की गई 11,156 एफआइआर में से 2.46 प्रतिशत बड़े तस्करों से संबंधित थीं। महिलाओं को कोरियर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

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