मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में एक लाख 14 हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इन शिक्षकों ने सक्षमता परीक्षा पास की है और अब इन्हें विशिष्ट शिक्षक के रूप में जाना जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में राज्य का विकास उनकी प्राथमिकता रही है और नियोजित शिक्षकों का सरकारी शिक्षक बनना इसी का परिणाम है।
पटना। बिहार में बुधवार को सक्षमता परीक्षा पास एक लाख 14 हजार 138 नियोजित शिक्षकों को सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्ति पत्र दिया गया। इन्हें विशिष्ट शिक्षक का नाम दिया गया है। मुख्य समारोह का आयोजन पटना में किया गया। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सांकेतिक रूप से कुछ शिक्षकों को नियुक्त पत्र दिया। नियुक्ति पत्र वितरण के लिए जिलों में भी समारोह आयोजित किए गए थे।
समारोह में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव एवं शिक्षा मंत्री सुनील कुमार भी उपस्थित थे। यहां मुख्यमंत्री ने कहा कि हर क्षेत्र में राज्य का विकास उनकी प्राथमिकता रही है। यह उसी का परिणाम है कि नियोजित शिक्षक सरकारी शिक्षक के रूप में नियुक्त हो रहे हैं। फिलहाल, ये शिक्षक उन्हीं स्कूलों में रहेंगे, जहां नियोजित शिक्षक के रूप में उनकी तैनाती हुई थी। स्थानांतरण का निर्णय बाद में होगा।
उन्होंने कहा, नियाेजित शिक्षकों के सरकारी शिक्षक बनने के लिए सक्षमता परीक्षा में पांच अवसर दिए जा रहे हैं। उन्होंने नियोजित शिक्षकों से आग्रह किया कि वे इस परीक्षा में शामिल हों, क्योंकि यह मामूली परीक्षा होती है
नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल के शुरुआती दिनों की शिक्षा व्यवस्था की बदहाली की चर्चा की। कहा कि शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए सरकार ने स्थानीय स्तर पर नियोजन का निर्णय लिया था। बाद के दिनों में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय लिया गया। अब तक दो सक्षमता परीक्षाओं का आयोजन हो चुका है।
पहली परीक्षा में एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुए हैं। इनके प्रमाण पत्रों की जांच चल रही है। इनमें से अबतक एक लाख, 14 हजार 138 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र सही पाए गए हैं, जिन्हें आज नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। बचे हुए शिक्षकों के प्रमाण पत्र सही होते ही उन्हें नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। दूसरी सक्षमता परीक्षा में 65 हजार 716 नियोजित शिक्षक पास हुए हैं। इनके प्रमाण पत्रों की जांच चल रही है। जांच पूरी होते ही नियुक्ति पत्र दे दिया जाएगा। इसके बाद 85 हजार 609 नियोजित शिक्षक शेष बचे हैं, जिनको तीन परीक्षाओं में बैठने के मौके दिये जाएंगे।
नवनियुक्त शिक्षकों को दी बधाई
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2023 में सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से नए शिक्षकों की नियुक्ति का निर्णय लिया। अब तक दो चरणों में दो लाख 17 हजार 272 सरकारी शिक्षकों की नियुक्ति की गयी है। तीसरे चरण की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। इसका रिजल्ट घोषित हो चुका है, जिसमें शिक्षक के नए पदों पर 38 हजार 900 अभ्यर्थी परीक्षा पास हुए हैं। हेडमास्टर के नए पदों पर 42 हजार 918 अभ्यर्थी पास हुए हैं। इन सभी को कुछ ही दिनों बाद नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों को बधाई दी और हाथ उठाकर संकल्प कराया कि बच्चों को मन से पढ़ाएंगे। उन्होंने शिक्षा विभाग को बहाली की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया।
इन्हें नीतीश ने दिया नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सांकेतिक रूप से संध्या कुमारी, रजनीश कुमार, अंजलि रानी, धर्मेंद्र राम, मेदिनी बाला एवं श्री धनेश्वर सिंह को कार्यक्रम के दौरान नियुक्ति पत्र प्रदान किया। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव एवं शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने भी कुछ शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
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