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बिहार के गया जिले में एक दर्दनाक बस दुर्घटना में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 28 घायल हो गए। यह हादसा गया-डोभी NH-22 पर तारेगना मठ के पास हुआ। श्रद्धालु पटना में गंगा स्नान करने जा रहे थे। बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मसौढ़ी (पटना)। गया जिले के बेलागंज के वाजिदपुर से पटना गंगा स्नान करने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी बस गुरुवार की शाम पटना-गया-डोभी एनएच-22 के किनारे तारेगना मठ के समीप डिवाइडर से टकराकर पलट गई। जिससे दो की मौके पर ही मौत हो गई और 28 घायल हो गए।

दो को गंभीर स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद पटना के पीएमसीएच व गया के एनएमसीएच भेज दिया गया। मामूली रूप से घायल अन्य लोगों का उपचार अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया।

कई लोगों ने आसपास के निजी अस्पतालों में मरहमपट्टी कराई। इनके बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है। मृत श्रद्धालुओं की पहचान बेलागंज बाजिदपुर निवासी स्वर्गीय लालधारी यादव के पुत्र हृदय कुमार (23) और स्वर्गीय रामभजन यादव के पुत्र तुलसी यादव (53) के रूप में हुई

बुरी तरह घायल बाजिदपुर निवासी कमलेश कुमार को पीएमसीएच एवं जर्नादन प्रसाद के पुत्र निरंजन कुमार को गया के एनएमसीएच भेजा गया।

एसडीओ अमित कुमार ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में 32 यात्री सवार थे। दुर्घटना के बाद फरार चालक की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बस जब्त कर ली है।

बताया गया कि श्रद्धालुओं ने वाजिदपुर से दो बसें आरक्षित की थीं और शाम चार बजे वहां से पटना के लिए प्रस्थान किए थे।

रास्ते विरंची पुल के बाद 50 से अधिक श्रद्धालुओं को ले जा रही बस के चालक ने अचानक गति बढ़ा दी और कुछ ही दूर आगे बढ़ने पर तारेगना मठ के समीप अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई।

श्रद्धालुओं ने चालक पर शराब के नशे में होने का लगाया आरोप

  • गया के चाकंद के मधेश कुमार ने बताया कि उनका समूह दो बसों में सवार था। वह जिस बस में थे, उसका चालक शुरू से तेज गति में चला रहा था।
  • वह दूसरी बस से आगे निकलकर विरंची के पास पहुंच गया और बस रोककर शराब पीने चला गया। इसी बीच दूसरी बस पीछे से आई और आगे निकल गई।
  • थोड़ी देर बाद जब चालक शराब पीकर लौटा और अपने पीछे की बस के आगे निकल जाने की बात सुनी तो उसने गति और तेज कर दी। इसी कारण अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गया। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया।

तारेगना मठ के सामने तिरछा है डिवाइडर

एनएच-22 का डिवाइडर तारेगना मठ के सामने दो भागों में बंटा है और लगभग तीन फीट तिरछा है। उसके बीच से सड़क गुजरी है।

बताया जाता है कि गया की ओर से आने पर तारेगना मठ के सामने डिवाइडर पूरब की ओर थोडा धंसा है जबकि उसके बाद का डिवाइडर थोड़ा पश्चिम दिशा में धंसा हुआ है।

आशंका है कि इसी कारणवश तारेगना मठ के सामने रास्ते के बाद के डिवाडर में बस के अगले चक्के का दाहिना चक्का जा टकराया और बस पलट गई

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