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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपावली के अवसर पर वनटांगिया गांव में दीपोत्सव मनाने जाएंगे। यह उनकी आठवीं बार होगी जब वह बतौर मुख्यमंत्री इस गांव में दीपावली मनाएंगे। इस दौरान वह 185 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे जिसमें 42 गांवों में पेयजल परियोजनाओं का लोकार्पण भी शामिल है। गांव के लोग उनकी आगवानी के लिए उत्साहित हैं।

गोरखपुर। कुसम्ही वन के बीच बसे वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन के लोग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन की प्रतीक्षा में उल्लसित और उमंगित हैं। हर वर्ष की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री दीपावली के अवसर पर वनटांगिया गांव में दीपोत्सव मनाने जाएंगे।

यहां दीप योगी के नाम पर प्रज्वलित होते हैं। वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन में प्रशासन अपनी तैयारी में जुटा है तो गांव के लोग मुख्यमंत्री की अगवानी के लिए अपने-अपने घर-द्वार को साफ सुथरा बनाने, रंग रोगन करने और सजाने-संवारने में।

मुख्मंत्री इस गांव में गुरुवार को दीपोत्सव मनाएंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जिले की कई ग्राम पंचायतों में 185 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास करेंगे।

वनटांगिया गांव के दीपोत्सव में सीएम योगी उत्तर प्रदेश जल निगम (ग्रामीण) द्वारा 42 गांवों में उपलब्ध कराई गई पेयजल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इस पर 150 करोड़ 35 लाख रुपये की लागत आई है।

इसके अलावा वह 32 ग्राम पंचायतों में परफार्मेंस ग्रांट से 34 करोड़ 66 लाख की लागत से कराए गए विकास कार्यों का भी लोकार्पण करेंगे। दीपावली के इस समारोह में कार्यक्रम स्थल पर कई विभागों की तरफ से स्टाल लगाकर शासन की जनहित वाली योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी।

मिल चुकी है अलग पहचान

सीएम योगी की अगवानी के लिए वनटांगिया समुदाय के लोगों का उत्साह स्वाभाविक है। उनके कारण ही इस गांव की अलग पहचान है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ही वजह से वनटांगिया गांव जंगल तिकोनिया नंबर तीन को अब प्रदेश के अति विशिष्ट गांव के रूप में जाना जाता है।

योगी यहां वर्ष 2009 से ही बतौर सांसद यहां दीपावली मनाते रहे हैं और 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद भी उन्होंने खुद द्वारा शुरू की गई परंपरा में रुकावट नहीं आने दी है। बतौर मुख्यमंत्री वह गुरुवार को लगातार आठवीं बार वनटांगियों के साथ दीपावली की खुशियां साझा करेंगे।

धनतेरस पर हुई धनवर्षा, कारोबार साढ़े सात सौ करोड़ के पार

धनतेरस पर मंगलवार को शहर के बाजार गुलजार रहे और सुबह से लेकर देर रात तक जमकर धनवर्षा हुई। यूं तो सुबह से ही दुकान सजने शुरू हो गए थे, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ते गए बाजाराें में चहल-पहल बढ़ती गई। सुबह से दोपहर तक बाजार में भीड़ कम रही, लेकिन जैसे ही दोपहर बाद ग्राहकों ने बाजार की तरफ रुख किया तो दुकानों पर चमक बढ़ गई।

 

इस दौरान शुभ मुहूर्त देख लोगों ने बर्तन, जेवर, वाहन, कपड़े और इलेक्ट्रानिक्स सामानों की जमकर खरीदारी की। सभी सेक्टर मिलाकर करीब साढ़े सात सौ करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ। शहर के मुख्य बाजार गोलघर, घंटाघर, पांडेयहाता, असुरन तथा मोहद्दीपुर में सुबह से ही दुकानदार सामानों पर आफर के साथ ग्राहकों का इंतजार करते रहे।

दोपहर तक बाजार में कम संख्या में ग्राहक बर्तन, इलेक्ट्रानिक, फर्नीचर, कपड़ा व ज्वेलरी के दुकानों पर खरीदारी करते दिखे। हालांकि चार पहिया व दो पहिया वाहनों की खरीदारी करने वाले लोग मुहूर्त का इंतजार किए बिना दिन में ही नए वाहन अपने-अपने घरों पर लाए।

 

वहीं कुछ लाेगों ने मुहूर्त का इंतजार किया और गाड़ी शाम को घर ले आएं। बाजार के जानकारों की मानें धनतेरस पर सर्वाधिक गुलजार सराफा व बर्तन बाजार रहा। सर्राफा में सर्वाधिक 250 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ तो वहीं बर्तन का भी 50 करोड़ का कारोबार हुआ।