महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिसंबर में गंगा पर दारागंज से झूंसी तक बन रहे रेलवे ब्रिज और वाराणसी से प्रयागराज तक ट्रैक दोहरीकरण परियोजना का लोकार्पण करेंगे। इस परियोजना से महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को आवागमन में सुविधा होगी। बनारस से झूंसी (प्रयागराज) तक कुल 111.37 किमी का दोहरीकरण विद्युतीकृत लाइनों के साथ पूरा किया जा चुका है।
प्रयागराज। गंगा पर दारागंज से झूंसी तक बन रहे रेलवे ब्रिज तथा वाराणसी से प्रयागराज तक ट्रैक दोहरीकरण परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिसंबर में करेंगे। ट्रैक दोहरीकरण का कार्य पूरा हो चुका है जबकि रेलवे ब्रिज का कार्य थोड़ा ही शेष है।
महाकुंभ के शुभारंभ को लेकर पीएम मोदी का दिसंबर के तीसरे सप्ताह में कार्यक्रम प्रस्तावित है। उनके साथ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव भी रहेंगे। महाकुंभ को लेकर रामबाग और झूंसी रेलवे स्टेशनों पर चल रहे कार्यों का पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने उच्चाधिकारियों के साथ निरीक्षण किया।
महाप्रबंधक ने झूंसी-दारागंज के बीच गंगा नदी पर दोहरीकरण के अंर्तगत बन रहे मेजर रेल ब्रिज सं 111 पर मोटर ट्राली से निरीक्षण कर वरिष्ठ अधिकारियों एवं रेल विकास निगम लिमिटेड के इंजीनियरों के साथ प्रगति की समीक्षा की।
वर्तमान में इस मेजर ब्रिज का निर्माण कार्य डबल लाइन सब स्ट्रक्चर के साथ सुपर स्ट्रक्चर के लिए स्वीकृत है। पुल नंबर 111 झूंसी-दारागंज खंड में 24 गुणा 76.2 मीटर स्पान (लगभग दो किमी लंबाई) में अब केवल एक स्पान निर्माणाधीन है। सभी गर्डर लांच हो चुके हैं
दोनों सिरों पर डक्ट के माध्यम से गर्डर लांचिंग का काम पूरा हो गया है। झूंसी-प्रयागराज रेल खंड में 96 प्रतिशत फार्मेशन वर्क पूरा हो गया। बनारस से झूंसी (प्रयागराज) तक कुल 111.37 किमी का दोहरीकरण विद्युतीकृत लाइनों के साथ पूरा किया जा चुका है।
शेष प्रयागराज रामबाग से प्रयागराज जंक्शन तक (2.22 किमी) 21 अक्टूबर को पूरा हो जाएगा तथा झूंसी-प्रयागराज रामबाग सेक्शन में मेजर ब्रिज के साथ 5.404 किमी रेल खंड का ओपनिंग 15 दिसंबर 2024 तक किया जाना है, जिसके उपरांत यह पूरा रेल खंड दोहरीकृत हो जाएगा।
ये कार्य महाकुंभ के मद्देनजर कराए जा रहे हैं, जिससे ट्रेनों का संचालन सुगमता से हो सके। इन कार्यों को देखने पहुंची पूर्वोत्तर रेलवे की जीएम ने बनारस-प्रयागराज रामबाग रेल खंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण किया।
मेजर ब्रिज संख्या-111 का मोटर ट्राली से निरीक्षण किया। प्रयागराज रामबाग व झूंसी स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा विस्तार कार्यों को देखा। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अनुमानित भीड़ के दृष्टिगत सुगमता एवं समुचित सुविधा प्रदान करने को लेकर अफसरों से चर्चा भी की।
जीएम ने झूंसी व रामबाग स्टेशनों पर चल रहे यात्री सुविधा विस्तार कार्यों की समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को सभी कार्यों को गुणवत्ता के उचित मानकों के आधार पर तय समय सीमा में पूरा करने का निर्देश दिया। झूंसी स्टेशन पर निर्माणाधीन सेकेंड एंट्री गेट के सर्कुलेटिंग एरिया में बन रहे यात्री प्रतीक्षालय, बाउंड्रीवाल, हाईमास्ट लाइट, अस्थायी शौचालय, रात में आने-जाने के लिए एप्रोच रोड का गहनता से निरीक्षण किया।
उन्होंने स्टेशन भवन, फुटओवर ब्रिज, प्लेटफार्म पर किए जाने वाले निर्माण कार्य सहित सभी प्रगति कार्यों को परखा। पैनल रूम का अवलोकन किया तथा महाकुंभ के दौरान यात्रियों को प्रदान की जाने वाली सुविधाओं सहित इनकी वैकल्पिक व्यवस्थाओं तथा इनको स्थापित किए जाने वाले चिन्हित स्थलों की जानकारी प्राप्त की।
रामबाग स्टेशन का गहन निरीक्षण करते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए निर्माणाधीन यात्री आरक्षण केंद्र, अनारक्षित टिकट काउंटर, अस्थायी फूड एवं वाटर वेंडिंग स्टालों, प्रतीक्षालयों, अतिरिक्त प्रवेश और निकास मार्ग के कार्यों को देखा।
स्थायी एवं अस्थायी प्लेटफार्मों, यात्री शेड, आरसीसी बेंच, पैदल ऊपरी गामी पुल, अस्थायी प्रतीक्षालयों, सीसीटीवी सर्विलांस, चहारदीवारी एवं भीड़ के समुचित प्रबंधन के लिए नियंत्रण कक्ष तथा यात्री सुविधा विकास कार्यों का निरीक्षण कर आवश्यक सुझाव और निर्देश दिए।
डीआरएम समेत कई उच्चाधिकारी भी थे निरीक्षण में
जीएम के साथ वाराणसी मंडल के डीआरएम विनीत कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनिल कुमार सत्पथी, प्रमुख मुख्य विद्युत इंजीनियर संजय सिंहल, प्रमुख मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर राजेश पांडेय, मुख्य ट्रैक इंजीनियर विजय कुमार भी रहे।
रामबाग में गंदगी पर जताई नाराजगी
रामबाग स्टेशन के विभिन्न कार्यालयों में धूल तथा गंदगी देख जीएम ने नाराजगी भी जताई। इसके लिए एसएस एके राय को निर्देश भी दिए। कहा कि स्वच्छता को प्राथमिकता में रखें। स्टेशन पर चल रहे कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए।
अब सीरियल में हो जाएंगे रामबाग के प्लेटफार्म
रामबाग स्टेशन पर एक नया प्लेटफार्म का निर्माण हो रहा है। इससे यहां अब सात प्लेटफार्म हो जाएंगे। अब सभी प्लेटफार्म सीरियल में हो जाएंगे। प्लेटफार्म संख्या एक, दो, तीन तो पहले से सीरियल में थे। अब प्लेटफार्म संख्या छह को पांच, सात को चार तथा चार को छह किया जाएगा।
प्लेटफार्म संख्या एक से चार टर्मिनेटिंग प्लेटफार्म हैं जबकि पांच से सात तक सीधे हैं। यहां से चार पैसेंजर ट्रेनें तथा दो मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की यात्रा शुरू होती है जबकि इस स्टेशन पर अप में आठ तथा डाउन में नौ गाड़ियों का ठहराव होता है। इस स्टेशन से 10 से 12 जोड़ी ट्रेनें सीधे गुजरती हैं जिनका ठहराव नहीं होता है।
रामबाग से 21 अक्टूबर से शुरू होगा ट्रेनों का संचालन
रामबाग स्टेशन पर चल रहे कार्यों के चलते ट्रेनों का संचालन 20 अक्टूबर तक रोका गया है। अब 21 अक्टूबर से ट्रेनों का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। डबलिंग के कार्य का सीआरएस 20 अक्टूबर को ही है। रामबाग से प्रयागराज जंक्शन के बीच डबल लाइन से कई ट्रेनों के आवागमन में सुविधा होगी। चौरीचौरा (अप) तथा नई दिल्ली-बनारस सुपरफास्ट (डाउन) को अक्सर खड़ी करना पड़ता था। डबलिंग के चलते यह दिक्कत दूर हो जाएगी।
महाकुंभ में नौ स्टेशनों में प्रमुख हैं रामबाग व झूंसी
महाकुंभ को लेकर वैसे तो नौ स्टेशनों पर पुनर्विकास के कार्य हो रहे हैं। इनमें उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, छिंवकी, नैनी तथा पूर्वोत्तर रेलवे के रामबाग व झूंसी और उत्तर रेलवे के प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ एवं प्रयागराज संगम स्टेशन हैं। रामबाग में एफोबी, प्लेटफार्म, रेन्यूवेशन के कार्य, डबलिंग, प्लेटफार्म संख्या एक पर ग्रेनाइट, नया कंट्रोल रूम, सीसीटीवी कैमरा, सेंट्रल इन्क्वायरी, आपरेटिंग कंट्रोल व कामर्शियल कंट्रोल रूम का काम हो रहा है।
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