एससीओ शिखर सम्मेलन के वक्त पाकिस्तान में बवाल मचने की आशंका है। इसी वजह से पाकिस्तान की सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद को सेना के हवाले कर दिया है। वहीं रावलपिंडी में धारा 144 लागू कर दी है। इस बीच जेल में बंद इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने 15 अक्टूबर को इस्लामाबाद में बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया है।
पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के मद्देनजर 17 अक्टूबर तक रावलपिंडी में धारा-144 लागू कर दी है। सरकार का कहना है कि कानून व्यवस्था को कायम रखने के उद्देश्य से यह प्रतिबंध लगाया गया है।
पाकिस्तान में धारा 144 लगने के बाद कोई भी व्यक्ति राजनीतिक सभा, समारोह, धरना- प्रदर्शन और रैली आयोजित नहीं कर सकता है। सरकार इनके आयोजन पर रोक लगा देती है।
दो शहरों में एससीओ की बैठक
15 और 16 अक्टूबर को इस्लामाबाद और रावलपिंडी में एससीओ की बैठक होगी। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी बैठक में शिरकत करने इस्लामाबाद जाएंगे। शिखर सम्मेलन के दौरान कोई खलल न पड़े, इस वजह से पाकिस्तान ने धारा-144 लागू करने का निर्णय लिया।
जियो टीवी के मुताबिक पंजाब सरकार ने कहा कि उसने लोगों, प्रतिष्ठानों, इमारतों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी संभावित खतरे से बचने के लिए जिला प्रशासन के अनुरोध पर यह फैसला लिया है।
मैरिज हॉल, रेस्तरां और कैफे बंद करने का आदेश
पाकिस्तान की केंद्र सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद में सेना के जवानों की तैनाती की है। केंद्र सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 245 के तहत 5 से 17 अक्टूबर तक इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना के जवानों को तैनात करने का फैसला लिया।
जियो टीवी के मुताबिक अधिकारियों ने रावलपिंडी और इस्लामाबाद में पांच दिनों तक विवाह हॉल, रेस्तरां और कैफे बंद करने का भी आदेश दिया है। उधर, पुलिस व्यापारियों और होटल मालिकों को नोटिस जारी कर रही है। इसमें कहा गया है कि किसी भी प्रकार के उल्लंघन पर जुर्माना लगाया जाएगा।
बड़ा प्रदर्शन करेगी इमरान खान की पार्टी
इमरान खान की पार्टी ने 15 अक्टूबर को इस्लामाबाद के डी चौक पर विरोध प्रदर्शन का एलान किया है। इसी दिन इस्लामाबाद में एससीओ शिखर सम्मलेन शुरू होगा। पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव शेख वकास अकरम ने कहा कि 15 अक्टूबर को इस्लामाबाद के डी चौक पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इस बीच उन्होंने बतायाकि पंजाब में इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने विरोध प्रदर्शन को खत्म कर दिया है। पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग की है। 15 जून 2001 को शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की स्थापना चीन के शंघाई में हुई थी। इसके भारत, ईरान, चीन, पाकिस्तान और रूस समेत कुल नौ पूर्ण सदस्य हैं।
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