दिल्ली से सटे फरीदाबाद शहर की सैनिक कॉलोनी में आज शुक्रवार को प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की। जिसके तहत अवैध रूप से बने हुए निर्माणों पर बुलडोजर चला। जब नगर निगम कार्रवाई कर रही थी तो भारी पुलिस बल की तैनाती रही। ताकि किसी रूप से लोगों के विरोध को रोका जाए। इस दौरान कुछ दुकानों को भी सील किया गया।
फरीदाबाद। फरीदाबाद जिले की सैनिक कालोनी में अवैध रूप से बने हुए निर्माणों पर शुक्रवार को जमकर हथौड़ा चला। इस दौरान नगर निगम की टीम के साथ काफी पुलिसबल मौजूद था। लोगों ने विरोध किया लेकिन पुलिसबल ने चुप करा दिया।
इसके बाद खुद अपने निर्माण तोड़ने की मोहलत मांगी। चूंकि मामला हाई कोर्ट के आदेश का है, इसलिए निगम अधिकारियों ने मोहलत देने से इन्कार कर दिया और तोड़फोड़ जारी रखी।
2016 में सैनिक कालॉनी बनाई गई थी इमारतें
बता दें हाईकोर्ट ने यहां तोड़फोड़ के आदेश डेढ़ साल पहले दिए थे लेकिन निगम अधिकारियों ने अमल नहीं किया। अब हाईकोर्ट की कार्रवाई के डर से यह एक्शन लिया गया है। बता दें 2016 में सैनिक कालॉनी सोसायटी की ओर से बिल्डिंग बायलाज की अनदेखी करके इमारतें बनाई गई थी। इसे लेकर नगर निगम के खिलाफ हाई कोर्ट में केस डाला गया था, जिसमें कहा गया कि पार्किंग के स्थान पर फ्लैट बनाकर उन्हें बेच दिया गया।
इसके अलावा जिन इमारतों के तीन मंजिला के नक्शे पास थे, उनमें चार मंजिल का निर्माण कर दिया गया। इसके अलावा नक्शे से बाहर जाकर अतिरिक्त निर्माण किया गया। इस तरह नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। पिछले साल हाईकोर्ट की ओर से नियमों की अनदेखी करके बनाए गए 420 फ्लैट में तोड़फोड़ के आदेश दिए गए। लेकिन निगम ने ढील बरती।
500 पुरूष और 250 महिला पुलिसकर्मी रहीं मौजूद
निगम अधिकारी पहले लोकसभा चुनाव और अब विधानसभा चुनाव में व्यस्त होने का हवाला देते रहे। शुक्रवार को निगम की टीम ने कई मकानों में तोड़फोड़ की। निगमायुक्त ए मोना श्रीनिवास ने इसी मामले को लेकर बृहस्पतिवार को बैठक की थी। तोड़फोड़ के दौरान 500 पुरूष पुलिसकर्मी और 250 महिला पुलिसकर्मियों मौजूद रहे। चार टीम नगर निगम की बनाई गई है। ट्रैक्टर व जेसीबी शामिल की गई और हथौड़े व सरिया वाले मजदूर अलग से हैं।
मकानों में दुकान चलाने वालों पर हुई कार्रवाई
ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम की टीम ने भी शुक्रवार को मकानों में दुकान चलाने पर कार्रवाई की। टीम ने करीब 60 ऐसी दुकानों को सील कर दिया। यहां विधानसभा चुनाव के समय बनाए गए कार्यालय में भी तोड़फोड़ की गई। सेक्टर-9-10 में रहने वाले कुछ लोगों ने करीब डेढ़ साल पहले इस संदर्भ में शिकायत की थी। बताया था कि यहां लोगों ने मकानों में दुकान बना दी हैं।
इस तरह रिहायशी जोन में वाणिज्यिक गतिविधियां चल रही हैं। शिकायत के बाद नगर निगम ने ऐसे लोगों को नोटिस जारी कर दुकानें बंद करने के लिए कहा था। इसके बावजूद लोगों ने दुकान बंद नहीं की। निगम ने नोटिस देते हुए काफी दुकानों को सील कर दिया था। लेकिन कुछ दिनों बाद लोगों ने सील तोड़ कर गतिविधियां चलानी शुरू कर दी।
उधर सेक्टर के लोग भी चुप नहीं बैठे और फिर से शिकायत की। लोगों का कहना था कि कुछ लोगों की वजह से अन्य लोगों को परेशानी हो रही है। यहां काफी वाहन खड़े होते हैं। निगम को यह कार्रवाई चुनाव से पहले करनी थी, लेकिन चुनाव की व्यस्तता के चलते निगम को कार्रवाई टालनी पड़ी।
अब चुनाव हो जाने के बाद टीम ने दुकानों की सीलिंग कर दी है। कई जगह टीम ने दुकानों के आगे दीवार भी लगाई है। ओल्ड फरीदाबाद नगर निगम जोन के संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि पहले भी लोगों ने सील तोड़ दी थी। अब ऐसा किया तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। साथ ही हर्जाना भी वसूल किया जाएगा।
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