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रूस के साथ अपने पारंपरिक रिश्तों को अप्रभावित किए बिना भारत यूक्रेन के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है। इस क्रम में सोमवार को अमेरिका में पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की और यूक्रेन-रूस विवाद के हालात पर चर्चा की। यह पिछले तीन महीने में जेलेंस्की और मोदी की तीसरी मुलाकात थी

रूस के साथ अपने पारंपरिक रिश्तों को अप्रभावित किए बिना भारत यूक्रेन के साथ अपने संबंधों को मजबूत कर रहा है। इस क्रम में सोमवार को अमेरिका में पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक बार फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की और यूक्रेन-रूस विवाद के हालात पर चर्चा की।

यह पिछले तीन महीने में जेलेंस्की और मोदी की तीसरी मुलाकात थी जो बताता है कि भारत इस विवाद के समाधान को लेकर लगातार कोशिश कर रहा है। हालांकि यूक्रेन की तरफ से भारत में अगला शांति सम्मेलन कराने के प्रस्ताव को लेकर भारत का रूख बहुत उत्साहजनक नहीं है।

स्विटजरलैंड के शांति सम्मेलन में रूस ने नहीं लिया हिस्सा

वजह यह बताया जा रहा है कि भारत तभी कोई शांति समझौता अपने यहां कराने को लेकर उत्सुक होगा जिसमें दोनों पक्षों के प्रतिनिधि हिस्सा लें। यूक्रेन विवाद को लेकर पिछले दिनों स्विटजरलैंड में जो शांति सम्मेलन हुआ था उसमें रूस ने हिस्सा नहीं लिया था।

विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री ने दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में बताया कि, 'पीएम मोदी यूक्रेन की स्थिति को लेकर बहुत ही ज्यादा चिंतित है। बैठक का आग्रह यूक्रेन की तरफ से ही आया था। यूक्रेन विवाद पर हमारा पुराना रुख है कि इसका समाधान वार्ता और कूटनीति से ही होनी चाहिए। पीएम मोदी ना सिर्फ यूक्रेन-रूस के बीच युद्ध में लोगों के मारे जाने से चिंतित है बल्कि इस विवाद का दूसरे देशों पर, खास तौर पर विकासशील व गरीब देशों पर जो असर हो रहा है, उससे भी चिंतित है।'

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी को किया धन्यवाद

विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि, ' पीएम मोदी ने एक बार कहा कि मौजूदा विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए जो भी संभव कदम होगा वह उठाने को तैयार हैं। भारत इस बारे में जिस भी तरह की मदद चाहिए वह उपलब्ध कराने को तैयार है।'

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी पीएम मोदी के दौरे को याद करते हुए उसके लिए उनका धन्यवाद किया। पीएम मोदी जून, 2024 में जी-7 शिखर बैठक के दौरान भी जेलेंस्की से मुलाकात की थी। मोदी एकमात्र वैश्विक नेता हैं जो रूस और यूक्रेन दोनो के शीर्ष नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है। जेलेंस्की से मुलाकात से पहले उन्होंने रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी।'