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Kolkata doctor rape-murder: सड़कों पर उतरे बंगाल के फिल्मी सितारे, आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

टॉलीगंज इलाके में कलाकारों द्वारा आयोजित धरने में देव पाओली डैम रितुपर्णा सेनगुप्ता और तनुश्री चक्रवर्ती समेत कई कलाकारों ने हिस्सा लिया। कलाकारों ने न्याय की मांग करते हुए कहा कि हम महिलाओं की सुरक्षा और आर जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जघन्य अपराध के सभी अपराधियों को कड़ी सज़ा की मांग करते हैं।

 कोलकाता। पश्चिम बंगाल मोशन पिक्चर आर्टिस्ट फोरम ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज बलात्कार-हत्या की घटना में पीड़िता के लिए न्याय की मांग करते हुए टॉलीगंज में विरोध प्रदर्शन किया और कोलकाता प्रशासन से जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया।

अभिनेता परमब्रत चटर्जी ने कहा कि 16 दिन बीत चुके हैं और इस दौरान कम से कम 5 अन्य बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। हम सभी जानते हैं कि बदलापुर, असम और मुजफ्फरनगर में क्या हुआ। मैं कोलकाता से हूं, इसलिए मैं कोलकाता प्रशासन से जवाबदेही की मांग करूंगा। आरजी कर घटना में शामिल सभी लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।

'हम न्याय के लिए यहां हैं'

अभिनेता परमब्रत ने आगे कहा, 'बलात्कार का कारण बनने वाली मानसिकता में एक व्यवस्थित बदलाव की जरूरत है। जो लोग राजनीति करना चाहते हैं, वे ऐसा करेंगे। अगर प्रशासन यह कहना शुरू कर देता है कि सड़कों पर विरोध करने वाले सभी लोग राजनीति से जुड़े हैं, तो यह सही नहीं है... हम यहां किसी राजनीतिक बैनर के तहत नहीं हैं। हम न्याय के लिए यहां हैं।'

'अपराधी को कड़ी सजा मिले और उसे फांसी की सजा दी जाए'

आर.जी. कर अस्पताल में बलात्कार-हत्या की घटना के खिलाफ टॉलीगंज में पश्चिम बंगाल मोशन पिक्चर आर्टिस्ट फोरम के विरोध प्रदर्शन में भाजपा नेता रूपा गांगुली ने कहा, 'उद्योग के सभी लोग एकत्र हुए हैं... वे विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन करते हैं। कुछ सक्रिय सदस्य हैं और कुछ समर्थक हैं... लेकिन हम सभी की मांग है कि अपराधी को कड़ी सजा मिले और उसे फांसी की सजा दी जाए। मेरी व्यक्तिगत मांग भी है कि ममता बनर्जी मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और गृह मंत्री के रूप में विफल रही हैं। इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए... आर.जी. कर में जो हुआ वह बेहद जघन्य है लेकिन यह आंदोलन सिर्फ एक घटना के लिए नहीं है...।' 

रेजिडेंट डॉक्टरों ने की CBI से मुलाकात

पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में  ट्रेनी डॉक्टर के कथित यौन उत्पीड़न और हत्या के संबंध में शनिवार को रेजिडेंट डॉक्टरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल के एक प्रतिनिधि डॉ. किंजल ने कहा कि उन्होंने मामले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए सीबीआई से समय सीमा मांगी, लेकिन उन्होंने कहा कि समय सीमा निर्धारित करना संभव नहीं है।

'विरोध के पीछे का मकसद सिर्फ न्याय'

रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा, 'हमारे पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल कल सीजीओ कॉम्प्लेक्स में सीबीआई से मिलने गया था, लेकिन वहां से भी हमें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। हमारी एकमात्र मांग न्याय है। हमने सीबीआई से कहा कि हमारे चल रहे विरोध के पीछे का मकसद न्याय है, जो आपके हाथ में है क्योंकि आप सभी जांच अधिकारी हैं। इसलिए जितनी जल्दी आप हमें बता सकते हैं कि इसमें कौन शामिल था, हम अपने विरोध की दिशा तय कर सकते हैं। उन्होंने हमसे कहा कि बस उन पर भरोसा रखें। हमने समय सीमा के बारे में भी पूछा तो सीबीआई ने कहा कि यह संभव नहीं है लेकिन जितनी जल्दी हो सके, हम करेंगे।'

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